‘ऑनलाइन रेप’ करने वाले को दुनिया में पहली बार मिली सज़ा

41 साल के ब्योर्न सैमस्ट्रोम को 27 नाबालिगों के साथ यौन हिंसा ‘ऑनलाइन रेप’ के जुर्म में दस साल की सज़ा सुनाई गई है इनमें से ज़्यादातर 15 साल से भी कम उम्र की लड़कियां हैं. ब्योर्न का जुर्म अलग इसलिए है क्योंकि वे न कभी इन बच्चों से मिले और न ही उन्होंने कभी इनके साथ शारीरिक संबंध बनाए. ब्योर्न को स्टॉकहोम में उपसाला की एक अदालत ने सज़ा सुनाई. यह पहली बार है कि किसी को इंटरनेट पर यौन हिंसा करने के जुर्म में सज़ा सुनाई गई है.
ब्योर्न पर इल्ज़ाम है कि वह अमरीका, कनाडा और यूके के 26 बच्चों को वेबकैम के सामने कई तरह की यौन क्रियाएं करने के लिए कहता था. अगर बच्चे ऐसा करने से मना करते तो ब्योर्न उनके परिवार को मारने और उनके वीडियो को पॉर्न वेबसाइट पर डालने की धमकी देता था. ये सारी घटनाएं 2015 से 2017 के शुरुआती महीनों के बीच हुईं. स्वीडन में बीते कुछ सालों में यौन हिंसा और बलात्कार के मामलों में बहुत तेज़ी आई है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ स्वीडन बलात्कार के मामलों में दुनिया में दूसरे नंबर पर है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़ अकेले 2015 में ही वहां यौन हिंसा के 17,300 मामले सामने आए