लव जिहाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल तक स्थगित, हादिया बोली- मुझे मेरी आजादी चाहिए
पिता के अनुसार उनकी बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। हाईकोर्ट के आदेशानुसार हादिया को उसके पिता की कस्टडी में दे दिया गया। अपनी शादी रद्द किए जाने के खिलाफ जहां ने अगस्त में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शीर्ष अदालत ने 16 अगस्त को सुनवाई करते हुए इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दे दी।
जांच की निगरानी का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज को सौंपा गया।एनआईए ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि लव जिहाद के 89 मामलों में जबरन धर्म परिवर्तन कराने की बात सामने आई है और केरल में इस काम को एक स्थापित नेटवर्क अंजाम दे रहा है। एजेंसी ने कोर्ट को एक सीलबंद रिपोर्ट भी सौंपी है जिसमें हिंदू से मुस्लिम बनाई गई पीड़ित महिलाओं से बातचीत और धर्म परिवर्तन के इस खेल में शामिल लोगों के बारे में जानकारी दी गई है।
एक और पिता ने डाली याचिका
हादिया मामले की सुनवाई चल ही रही थी कि अक्तूबर में केरल के एक और पिता ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करते हुए आरोप लगाया कि उनकी बेटी को अफगानिस्तान में आईएस को सौंपने के लिए जबरिया धर्म परिवर्तन कराया गया है।
हादिया से मिलीं महिला आयोग की अध्यक्ष
नवंबर की शुरुआत में महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने हादिया से मुलाकात के बाद बताया कि वह बिल्कुल स्वस्थ और प्रसन्न है। उसके साथ मारपीट की खबरें बेबुनियाद है और उसकी सुरक्षा को लेकर कोई खतरा भी नहीं है।
मैंने मर्जी से की है शादी
सुप्रीम कोर्ट में पेश होने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले हादिया ने मीडिया को बताया कि उसने अपनी मर्जी से शफीन जहां से शादी की है और वह उसके साथ ही रहना चाहती है।