मामा के बच्चे की माँ बनी 10 साल की बच्ची, की ये दर्दनाक कहानी सुनकर आ जाएगा रोना

नई दिल्ली – 17 अगस्त, 2017 को देश के सामने एक ऐसी वारदात सामने आई थी, जिसपर हो सकता है आपने ज्यादा ध्यान नहीं दिया हो। दरअसल, इस दिन एक 10 साल की बच्ची ने एक बच्चे को जन्म दिया था। इससे पहले बच्ची ने एबॉर्शन करवाने के लिए कोर्ट से इजाज़त मांगी गई थी। इससे पहले कि कोर्ट अपना फैसला सुनाता बच्ची की प्रेग्नेंसी के दिन बढ़ते गए और 21 हफ्ते या उससे बड़े भ्रूण का एबॉर्शन क्योंकि कानून में अपराध है, इसलिए कोर्ट ने अंत में एबॉर्शन की इजाजत नहीं दी।
बच्ची के मामा ने किया था रेप
पुलिस ने मामले की जांच की तो उसके सामने ये बात आई कि इस बच्ची का बड़ा मामा अक्सर उसका रेप किया करता था। लेकिन बात में बच्चे के बाप और रेपिस्ट की पहचान करने के लिए डीएनए टेस्ट कराया गया तो ये बात सामने आई कि रेपिस्ट वो बच्ची का बड़ा मामा नहीं बल्कि उसका छोटा भाई, यानी लड़की का छोटा मामा था। इस मामले में चंडीगढ़ अदालत की विशेष कोर्ट ने 2 नवंबर को अपना फैसला सुनाते हैं। बच्ची के दोनों बलात्कारी मामा को उम्रकैद और तीन लाख पांच हजार रुपए जुर्माना देने की सजा दी है। कोर्ट ने दोनों को 3-3 लाख रुपए बतौर मुआवज़ा बच्ची को देने के लिए कहा दिया है।
क्या है इस दर्दनाक रेप केस की स्टोरी?
इस घटना का दर्दनाक हिस्सा ये हैं कि, इस बच्ची को उसके मामा ने धमकाया था कि अगर वो ये बात किसी को बतायेगी वो उसकी बहन का बुरा हाल कर देगा। इस बच्ची का दिल देखिए, जो अपनी बहन की सुरक्षा के लिए अपना बलात्कार करवाती रही। ये बच्ची एक गरीब परिवार है। मामा को इस बारे में बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि एक दिन वह प्रेग्नेंट हो जाएगी। बाद में डीएनए टेस्ट से पता चला कि मामा ही इस बच्ची का असली बलात्कारी था।
क्या कहना है इन बलात्कारियों का?
इन दोनों आरोपियों को उम्र कैद कि सजा हो चुकी है। बच्ची के छोटे मामा को डायबिटीज़ की बिमारी है। हालांकि, उसने कहा है कि मैं डायबिटीज़ की दवाई नहीं लूगाँ। मैं जेल में ऐसे ही मर जाऊंगा. मेरी ज़िंदगी खत्म हो चुकी है। मामा का कहना है कि, ‘मैं जेल में किसी को नहीं बताऊंगा कि मुझे डायबिटीज़ है और बस मर जाऊंगा।’ वहीं बच्ची के बड़े मामा को अपने बच्चों को न देख पाने का अफसोस है। उसका कहना है कि मुझे इस केस में फंसाया गया मुझे नहीं मालूम था कि मेरा छोटा भाई बच्ची का यौन शोषण कर रहा है।