देखिये, अरविंद केजरीवाल की फिल्म का #Trailer रिलीज, भ्रष्टाचार के अरोपों से लेकर सब कुछ है इसमें
कुछ साल पहले देश में एक भयानक जन आंदोलन हुआ और इस जन अंदोलन के बाद निकली आम आदमी पार्टी. इसी आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के पीछे की कहानी सामने लेकर आ रही है. आल ही में इस फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था और अब इस फिल्म का ट्रेलर भी सामने आ गया है. ‘एन इन्सिग्निफिकेंट मैन’ नाम की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण विनय शुक्ला और खुशबू रांका ने किया है. उनका कहना है कि यह एक नॉन फिक्शनल पोलीटिकल फिल्म है, जो सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर राजनेता बने अरविंद केजरीवाल के भारतीय राजनीतिक की कहानी को दिखाती है.
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत अरविंद केजरीवाल से होती है, जो शुरुआत में अपना नाम बता रहे हैं. एक आम आदमी से ‘आम आदमी पार्टी’ बनने तक के सफर के हर उतार-चढ़ाव को इस ट्रेलर में दिखाया गया है. ट्रेलर के शुरुआती पहले हिस्सा में इस पार्टी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों, केजरीवाल पर स्याही फेंकने जैसे कई किस्से दिखाए गए हैं. साथ ही ट्रेलर में इस पार्टी से अलग होकर ‘स्वराज पार्टी’ बनाने वाले राजनेता योगेंद्र यादव को भी प्रमुखता से दिखाया गया है.
ये फिल्म भारत में 17 नवंबर को रिलीज होगी और इसे अमेरिकी मीडिया कंपनी वाइस रिलीज करेगी. इस फिल्म को ‘मास्टरपीस’ बताते हुए, वाइस ने घोषणा की है कि अब वह फिल्म को पूरे भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज करने कि लिए निर्माता आनंद गांधी की मेमिसिस लैब के साथ साझेदारी करेंगे. वाइस डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स के कार्यकारी निर्माता, जेसन मोजिका ने कहा, “मैंने ‘एन इनसिग्निफिकेंट मैन’ टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2016 में देखी और मुझे लगा कि यह फिल्म मार्शल करी की ‘स्ट्रीट फाइट’ के बाद जमीनी राजनीति पर बनी सबसे बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री फिल्म है.’
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केजरीवाल और उनकी पार्टी पर डॉक्युमेंट्री फिल्म का निर्माण काफी पहले ही कर लिया था और यह फिल्म कई फिल्म फेस्टिवल्स में दिखाई जा चुकी है. लेकिन इसे हाल ही में सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल सका है. दरअसल इस फिल्म पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी को ऐतराज था. उन्होंने फिल्म रिलीज करने के लिए फिल्म निर्माताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लाने को कहा था. अंत में, फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण ने फिल्म को मंजूरी दे दी.