लास वेगास में ISIS का हमला – अब तक 60 लोगों की मौत, 520 घायल
लास वेगास : अमेरिका के लास वेगास शहर में म्यूजिक कंसर्ट में आए संगीत प्रेमियों पर की गई फायरिंग में करीब 60 लोग मारे गए जबकि 520 से ज्यादा घायल हुए हैं। बंदूकधारी ने होटल की 32वीं मंजिल से लोगों पर फायरिंग की। बाद में पुलिस ने उसे वहीं पर मार गिराया। हमलावर स्टीफन पैडक (64) लास वेगास का ही रहने वाला था। बंदूकधारी की महिला सहयोगी की तलाश जारी है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। लेकिन, पुलिस ने इससे इन्कार किया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल इसके सुबूत नहीं मिले हैं। सन 2001 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद यह अमेरिका में निर्दोषों पर हमले की सबसे बड़ी वारदात है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना पर दुख जताया है।
घटना मैंडले बे रिजॉर्ट एंड कैसीनो की है। परिसर में आयोजित कंसर्ट में रविवार रात दस बजे के कुछ मिनट बाद जैसे ही गायक जेसन एलडिन ने गाना शुरू किया, वैसे ही गोलियां चलने की आवाज आने लगी। पहले लोगों ने उस पर खास ध्यान नहीं दिया, लेकिन जैसे ही चीख-पुकार मची, लोग आतंकी हमला समझकर भागने लगे। 22 हजार लोगों की भीड़ में जिसे जिधर रास्ता दिखाई दिया, भाग लिया। रात के समय लोग समझ नहीं पा रहे थे कि गोलियां किधर से आ रही हैं। इसी के चलते बड़ी संख्या में लोग गोलियों के शिकार बने। भगदड़ में कुछ लोग कुचले जाने से भी घायल हुए।
कुछ देर बाद जब पुलिस सक्रिय हुई तब पता चला कि होटल की ऊंचाई वाली किसी मंजिल से फाय¨रग हो रही है। इसकी घेराबंदी करके लोगों को निकाला गया। लेकिन, तब तक सैकड़ों लोग गोलियों के शिकार हो चुके थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आसमान से गोलियां की बौछार जैसी हो रही थी। प्रत्यक्षदर्शी लोम्बार्डो के अनुसार हमलावर के रुख से नहीं लग रहा था कि उसे किसी का डर था। वह मनमाने ढंग से फाय¨रग कर रहा था। नजारा भयभीत करने वाला था। 53 वर्षीय माइक मैकगैरी अपने बच्चों को बचाने के लिए उनके ऊपर लेट गए। उनकी पीठ पर पैर रखकर कब कोई दौड़ गया, उन्हें पता ही नहीं चला।
शर्ट पर जूतों के निशान देखकर उन्हें अपने ऊपर से गुजरने वालों का पता चला। वह घटना से सिहरे हुए हैं। इससे पहले अमेरिका में जून 2016 में ओरलैंडो के नाइट क्लब में हुई फाय¨रग की घटना में 49 लोग मारे गए थे। वह घटना आतंकी संगठन आइएस के हमलावर ने अंजाम दी थी। हालांकि इस घटना के बारे में दो वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का कहना है हमलावर मानसिक रूप से बीमार था। उसकी इस बीमारी का पुराना इतिहास है। इस घटना के आइएस से जुड़ाव का कोई सुबूत नहीं है।
हमलावर के पास थीं आठ बंदूकें-राइफलें
होटल की 32वीं मंजिल पर स्थित हमलावर स्टीफन के कमरे से पुलिस ने अलग-अलग कैलीबर की आठ बंदूकें और राइफलें बरामद की हैं। इनमें कुछ लंबी दूरी तक मार करने वाली राइफलें हैं। ज्यादा लोगों को निशाना बनाने के उद्देश्य से स्टीफन बड़ी संख्या में कारतूस और मैगजीन लेकर बैठा था।
एशियाई मूल की महिला की तलाश
पुलिस मैरीलो डैनली नाम की 4 फुट 11 इंच लंबी महिला की तलाश कर रही है। यह महिला संभवत: एशियाई मूल की है। पुलिस इस महिला को हमलावर की सहयोगी मान रही है। पुलिस उन दो कारों की तलाश भी कर रही है जिनसे हमलावरों के आने का शक है। अंदेशा उनमें विस्फोटक होने का भी है।
एयरपोर्ट की गतिविधियां रुकीं
मैंडले बे रिजॉर्ट लास वेगास के मैककैरेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक है। इसके कारण हमले की सूचना मिलते ही विमानों की उड़ान रोक दी गई और जो विमान उतरने वाले थे उन्हें नजदीकी हवाई अड्डों के लिए डायवर्ट कर दिया गया। हालात नियंत्रित होने पर हवाई अड्डे की गतिविधियां फिर शुरू हुईं। ट्रैफिक पुलिस ने इलाके का यातायात भी डायवर्ट कर दिया जिससे भागते लोगों को सड़क दुर्घटना का शिकार होने से बचाया जा सके।
रंगीनियों के लिए प्रसिद्ध लास वेगास
अमेरिका का लास वेगास शहर अपने कैसीनो, नाइट क्लब और शॉपिंग मॉल के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। वहां पर हर साल औसतन 35 लाख पर्यटक आते हैं। घटना के समय लास वेगास पर्यटकों से भरा हुआ था और रात की रंगीनियां भी अपना असर गहरा रही थीं। शहर में पर्यटन के मौसम में मनाए जाने वाले रूट 91 हार्वेस्ट फेस्टिवल का रविवार को तीसरा और अंतिम दिन था। इसके चलते उसे विदाई देने के लिए चहल-पहल अपेक्षाकृत कुछ ज्यादा थी।
कोई भारतीय प्रभावित नहीं : विदेश मंत्रालय
लास वेगास की घटना में किसी भारतीय के प्रभावित होने की सूचना नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘सेन फ्रांसिसको स्थित हमारा वाणिज्य दूतावास स्थिति पर नजर बनाए हुए है।’