चलती कार में ऐसे एजेंट के माध्यम से नस-नस में पहुंच रहा है नशा…
नागपुर.शहर में हुक्का पार्लर युवाओं के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। न केवल शारीरिक, आर्थिक बल्कि मानसिक तौर पर युवाओं को एक तरह से हुक्का अपंग बना रहा है। खास बात यह है कि शहर में हुक्का पार्लर को अनुमति नहीं है। लेकिन शहर का शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहां हुक्का पार्लर नहीं चल रहा है। हद तो यह है कि अब हुक्का पार्लर की मोबाइल सेवा मिलने लगी हैै। फोन करते ही हुक्का पाट के साथ कार पहुंच जाती है। कार में बैठकर हुक्कापान कराया जाता है। मध्यरात्रि में इन कारों में नशा और भी बढ़ने लगता है। कुछ समय पहले छावनी क्षेत्र में कार में हुक्का कारोबार का संकेत मिलने के बाद अब पुलिस की निगरानी हुक्का के मोबाइल कारोबार पर बढ़ी है। बावजूद इसके हुक्का पार्लर संचालक पुलिस के हाथ नहीं लग रहे हैं।
कई पार्लर तो विद्यार्थी ही चला रहे हैं…
अभी पिछले शनिवार को शहर पुलिस ने कई स्थानों पर हुक्का पार्लर में छापामारी की। पुलिस की छापामारी ने जहां आम लोगों से वाहवाही लूटी है, वहीं हुक्का कारोबार की असलियत जानने वालों का कहना है कि छापामारी के बाद भी हुक्का पार्लर बंद नहीं हो सकते हैं। असल में इस कारोबार में व्यापारी ही नहीं, विद्यार्थी भी लिप्त है। कम उम्र के किशाेराें को हुक्का का शौकीन बनाने के लिए महाविद्यालयों में एजेंट सक्रिय हो गये हैं। कई हुक्का पार्लर विद्यार्थी ही चला रहे है। पुलिस की छापेमारियों से यह भी संकेत मिल रहे हैं कि लगभग सभी महाविद्यालयों के आसपास हुक्का पार्लर संचालकों का नेटवर्क फैला हुआ है। गुप्त कमरों में हुक्का के साथ अन्य नशा भी परोसा जाता है। यह भी पता चला है कि हुक्का पार्लर को सबसे अधिक खुराक उत्तर नागपुर से मिल रही है। हुक्का के साथ सफेद पाउडर का नशा परोसा जाने लगा है। यह नशा युवाओं को अलग तरीके का अानंद देता है। लिहाजा हुक्का का धुआं जमकर उड़ रहा है। तंबाकू फ्लैवर के नाम पर ऐसे नशे उपलब्ध कराये जाते हैं, जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। बताया जाता है कि इन केंद्रों पर चरस, हेरोइन के अलावा अन्य मादक पदार्थ आसानी से उपलब्ध होने लगे हैं। पता चला है कि दसवीं -बारहवीं कक्षा की परीक्षा दे चुके युवा भी इन दिनों इन कंेद्रों पर अधिक नजर आ रहे हैं।
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घटना-1
9 सितंबर 2017। अकोला जिले के पातूर मार्ग के ढाबे में हुक्का पार्लर पर छापा। बालापुर के शिक्षक समेत 11 विद्यार्थियों को पकड़ा गया। सभी विद्यार्थी महाविद्यालयों के थे। िशक्षक-विद्यार्थी को हुक्का की मोबाइल सेवा उपलब्ध करायी गई थी।
घटना-2
16 जुलाई 2017। सदर नागपुर के मंगलवारी कांप्लेक्स स्थित चालकोल हुक्का पार्लर में छापामारी। पार्लर की संचालक वैष्णवी महाविद्यायीन छात्रा निकली। खुलासा यह भी हुआ कि सदर, धरमपेठ में ज्यादातर हुक्का पार्लर की संचालक युवतियां ही हैं।
घटना-3
15 जुलाई 2015। जरीपटका के इटारसी पुलिया के पास दो मंजिला मकान में छापामारी। गुप्त कमरों छात्र-छात्राओं को हुक्का सेवा दी जा रही थी। संचालक परेश कोडवानी ने एक ग्रुप बना रखा था। विद्यार्थियों को पढ़ाई के बहाने गुप्त कमरों में हुक्का पिलाया जाता था।
घटना-4
6 जुलाई 2017। ला कालेज चौक के पास एक अपार्टमेंट में छाबरा नामक व्यक्ति के हुक्का पार्लर पर छापा मारा गया। खुलासा हुआ कि कालेज के छात्र-छात्राओं काे नियोजित तरीके से नशे का आदी बनाया जाता है।
घटना-5
5 जुलाई 2017- सदर क्षेत्र के छावनी चौक में नई कार में हुक्का पाट व नशे की सामग्रियां बरामद की गई। रात 3.30 बजे पुलिस ने कार की तलाशी ली थी। अक्षय थामस 32 निवासी गोरेवाडा को पकड़ा गया।
नशा विराेधी अभियान से जुड़े
किसी भी तरह का नशा व्यक्ति व समाज के लिए नुकसानदायक है। नशा विरोधी अभियान के तहत पुलिस विविध उपाय योजनाएं कर रही है। हुक्का पार्लरों पर छापेमारी भी हो रही है। लेकिन इन मामलों में नागरिकों को पुलिस का अधिक से अधिक सहयोग देना चाहिए। नशा केंद्रों की जानकारी देने वालों के नाम गोपनीय रखे जाएंगे।