अभी-अभी: राम रहीम के समर्थकों ने धारण किया रौद्र रुप, जला दिया पूरे…
New Delhi: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह के साध्वियों से दुष्कर्म का दोषी ठहराए जाने के बाद उनके समर्थकों ने रौद्र रुप धारण कर लिया। बाबा के समर्थकों ने हरियाणा, पंजाब को जला दिया। हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद पूरा शहर जलता रहा, लोगों की लाशें बिछती रहीं, लेकिन डेरे के गुंड़ों ने उपद्रव मचाना बंद नहीं किया। लेकिन हद तो तब हो गई जब लोगों की गिरती लाशों को नजरअंदाज कर राम रहीम हेलिकॉप्टर से रोहतक जाते समय मजे से चॉकलेट खा रहे थे।
बता दें कि पंजाब और हरियाणा की आग दिल्ली तक पहुंच चुकी है। कई ट्रेनें जलाई गई। 100 से अधिक गाड़ियां फूंकीं गईं। पावर हाउस में आग लगाई गई, तहसील ऑफिस को भी नहीं छोड़ा गया। वहीं दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर भी जमकर आगजनी की गई।
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पुलिस व अस्पताल सूत्रों ने कहा कि करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिसमें से कुछ जिंदगी व मौत से जूझ रहे हैं। कई घायलों को चंडीगढ़ के अस्पताल में रेफर किया गया है। पूरे शहर में हाहाकार मचा हुआ था और बाबा अपनी टेंशन दूर करने के लिए बेटी के साथ हेलीकॉप्टर में बैठकर चॉकलेट खा रहे थे।
चॉकलेट ही नहीं राम रहीम जब कोर्ट जा रहे थे तब 800 के करीब गाड़ियां उनके साथ थी। उनका काफिला जब कोर्ट के बाहर रुका तो सफेद सूट पहनकर कार से उतरे तो उसने हाथ जोड़ लिए। तीन वकीलों ने उसके पैर छुए, एक पुलिस वाले ने भी। इसके बाद उसे कोर्ट रूम ले जाया गया।
सुनवाई के दौरान गुरमीत जज के सामने हाथ जोड़े खड़ा रहा। जज जगदीप सिंह ने जब उसे दोषी ठहराया तो वह रो पड़े। हाईकोर्ट ने डेरे की संपत्ति की लिस्ट मांगी है, ताकि नुकसान की भरपाई डेरे की संपत्ति से की जा सके। जज ने फाइल देखी और कहा राम रहीम को हिरासत में ले लो।
जैसे ही बाबा को हिरासत में लिया गया, सबको समझ में आ गया कि बाबा को सजा होनी तय है। फैसला आते ही बाबा के समर्थक गुस्से से आग बबूला हो गए और हिंसा में उतारू हो गए। समर्थकों ने इतना तांडव किया कि अपने ही शहर को आग के हवाले कर दिया। इस तांडव में लोगों की मौतें होने लगी।
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इसके बाद गाड़ियों व इमारतों में आग लगा दी। फोर्स ने आंसू गैस के गोले छोड़े। जब भीड़ काबू नहीं आई तो गोली भी चलानी पड़ी। सबसे ज्यादा नुकसान पंचकूला में हुआ। समर्थकों ने पंचकूला में सैकड़ों गाड़ियां फूंकीं, सरकारी दफ्तरों में भी आग लगाई। शहर में जमे डेढ़ लाख समर्थक 3 घंटे तक सड़कों पर हिंसा करते रहे। इसमें 28 लोग मारे गए। ढाई सौ से ज्यादा घायल हैं। सिरसा में 4 लोग मारे गए।