90s की एक्ट्रेस ने दूसरे धर्म में शादी के चलते छोड़ा था बॉलीवुड

90 के दशक की मशहूर अभिनेत्रियों के बारे में जिक्र किया जाए तो उसमें पूजा बेदी का नाम जरूर शामिल होगा। करियर के पीक पर आकर पूजा ने बॉलीवुड को छोड़ दिया है। अब एक्ट्रेस ने इस मामले को लेकर शॉकिंग खुलासा किया है।
Pooja Bedi हिंदी सिनेमा की उन एक्ट्रेसेज में शुमार हैं, जिन्होंने 90 के दशक में इंडस्ट्री में धमाकेदार एंट्री मारी थी। सुपरस्टार आमिर खान संग फिल्म जो जीता वही सिकंदर से लोकप्रियता हासिल करने वालीं पूजा लंबे समय से एक्टिंग की दुनिया से दूर हैं। एक वक्त ऐसा था कि उन्हें बी टाउन की अगली लेडी सुपरस्टार माना जा रहा था, लेकिन अचानक से बॉलीवुड से गायब होकर पूजा बेदी ने हर किसी को सरप्राइज कर दिया था।
अब एक्टिंग छोड़ने को लेकर पूजा बेदी ने खुलकर बात की है और बताया कि आखिर ऐसी क्या वजह थी, जिसके चलते उन्होंने करियर के पीक पर आकार फिल्मी दुनिया से नाता तोड़ लिया था।
पूजा ने क्यों छोड़ा बॉलीवुड?
अभिनेत्री पूजा बेदी ने फिल्म विषकन्या और जो जीता वही सिकंदर से रातों-रात शोहरत पाई थी। हालांकि बॉलीवुड में कुछ और साल बिताने के बाद, उन्होंने अभिनय से दूरी बना ली थी। एक्टिंग से दूरी बनाने को लेकर एक पॉडकास्ट में पूजा ने कहा- ”अपना सौ प्रतिशत देने की भावना से, मैं शादी कर रही थी। मेरे पूर्व पति फरहान फर्नीचरवाला रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार से थे और ऐसा कोई तरीका नहीं था कि उनके परिवार की बहू एक सेक्सी एक्ट्रेस बने।
दोनों परिवार पहले से ही हमारी शादी के पक्ष में नहीं थे। मैं नहीं चाहती थी कि मेरे परिवार में झगड़े हों, इसलिए मैंने घर छोड़ दिया और कुछ और करने का फैसला किया। हालांकि फरहान और पूजा ने शादी करने के लिए सभी मुश्किलों का सामना किया और बाद में दो बच्चों को पाला, लेकिन शादी के नौ साल बाद साल 2003 में दोनों ने अलग होने का फैसला किया।”
संघर्ष में गुजरा पूजा का जीवन
इसी पॉडकास्ट के दौरान पूजा बेदी ने अपने जीवन संघर्ष को लेकर भी खुलकर बात की और आगे बताया- ”जब मैं करीब 27 साल की थी, तो पहली दुखद घटना हुई। मेरी दादी कैंसर से गुजर गईं, मेरा कुत्ता मर गया और जिस आदमी ने मुझे बचपन से जब मैं छह महीने की थी, पाला-पोसा, वह भी गुजर गया। मेरे भाई ने सुसाइड कर लिया उसके बाद मां एक लैंडस्लाइड में गुजर गईं। मेरे दो बच्चे हुए और मेरी शादी भी टूट गई। मेरा मतलब है, मेरा तलाक हो गया और आखिर में मुझे कोई गुजाराभत्ता नहीं मिला।”





