8 दिन बाद ये लोग रातोंरात हो जाएंगे मालामाल, पड़ने वाला है साल का आखिरी सूर्यग्रहण

इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 को लगने जा रहा है जो वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा अर्थात पूर्णग्रास नहीं बल्कि खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और दो जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था।

बता दें कि सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा के आ जाने से सूर्य का प्रकाश जब पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाता है तो इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं।

सूर्य ग्रहण वैसे तो हर राशि के जातकों के लिए कई मायने रखता है। इस बार सूर्य ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा गुरु की राशि धनु और मूल नक्षत्र में लग रहा है। केतु ही मूल नक्षत्र का स्वामी होता है। वहीं मिथुन राशि के लोगों को इस दौरान कई सावधानी बरतनी होगी। सेहत संबंधी परेशानियों से मिथुन जातक बचें।

वलयाकार पथ से देश के उत्तर एवं दक्षिण की ओर बढ़ने पर आंशिक सूर्य ग्रहण की अवधि घटती जाएगी। आंशिक ग्रहण की अधिकतम प्रावस्था के समय चंद्रमा द्वारा सूर्य का आच्छादन बंगलोर में लगभग 90 फीसदी चेन्नई में 85 फीसदी, मुंबई में 79 फीसदी, कोलकाता में 45 फीसदी, दिल्ली में 45 फीसदी, पटना में 42 फीसदी, गुवाहाटी में 33 फीसदी, पोर्ट ब्लेयर में 70 फीसदी और सिलचर में 35 फीसदी रहेगा।

सूर्य का वलयाकार ग्रहण भूमध्य रेखा के निकट उत्तरी गोलार्ध में एक संकीर्ण गलियारे में दिखाई देगा। वलयाकार पथ सऊदी अरब, कतर, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, भारत, श्रीलंका के उत्तरी भाग, मलेशिया, सिंगापुर, सुमात्रा एवं बोर्निओ से होकर गुजरेगा।

अगला सूर्य ग्रहण भारत में 21 जून, 2020 को दिखाई देगा। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. वलयाकार अवस्था का संकीर्ण पथ उत्तरी भारत से होकर गुजरेगा। देश के शेष भाग में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई पड़ेगा।

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