रेलवे स्टेशन पर 8 महीने की बच्ची के साथ हुआ कुछ ऐसा की लोगों के उड़ गये होश

रेलवे स्टेशन पर आठ महीने की बच्ची के साथ ऐसी घटना हो गई, मां-बाप रो-रोकर बेहोल हो गए। किसी को भी समझ नहीं आ रहा, क्या करें क्या नहीं। घटना हरियाणा के पानीपत रेलवे स्टेशन की है। कालका से पानीपत कंबल खरीदने आए कालका के एक व्यक्ति की आठ माह की बेटी का रेलवे स्टेशन से अपहरण हो गया। बच्ची रात को अपनी मां के पास सो रही थी।

इस वारदात की शिकायत लेकर आपीएफ व जीआरपी के पास पहुंचे पीड़ितों को सुरक्षा बलों ने यह कहते हुए भगा दिया गया कि बच्ची को ढूंढना उनकी जिम्मेदारी नहीं है। अब दो दिन से कालका से आए 12 फेरी वाले पानीपत की गलियों में बच्ची की तलाश कर रहे हैं, लेकिन अब तक उसका सुराग नहीं लगा है। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है।

इकलौती बच्ची थी, रेलवे प्रशासन ने झाड़ा पल्ला

बच्ची का अपहरण

कालका निवासी रामभगत ने बताया कि वह कालका में फेरी लगाकर कंबल बेचता है। शनिवार रात 12 बजे वह शिरडी मेल से पानीपत रेलवे स्टेशन पर उतरा था। वे लोग कुल सात पुरुष, 6 महिलाएं और 5 बच्चे थे। उन्होंने रात अधिक होने के कारण रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर एक के पास माल गोदाम के सामने सोने के लिए बिस्तर डाल लिया था।

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रात को दो बजे उसकी आठ माह की बेटी ज्योति अपनी मां बिरमा के पास सोई थी। पौने तीन बजे उसके साथी सतबीर की नींद खुली तो बच्ची ज्योति अपनी मां के पास नहीं थी। उसने सबको नींद से जगाया और बच्ची की तलाश शुरू की। उन्होंने पूरे रेलवे स्टेशन परिसर पर बच्ची को ढूंढा लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। वो सब एकत्रित होकर जीआरपी व आरपीएफ थाने में गए, जहां उनको जवाब नहीं मिला।

थाने में बैठे सुरक्षा कर्मी बोले कि तुम्हारे बच्चों की जिम्मेदारी हमारी नहीं है। अपनी बच्ची को स्वयं ढूंढो। उन्होंने उनको रेलवे स्टेशन से भगा दिया। अब वो दो दिन से पानीपत की गलियों में बच्ची को तलाश रहे हैं उसका अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। उनको शक है कि किसी ने उनकी बच्ची का अपहरण कर लिया है। ज्योति उनकी इकलौती बच्ची थी।

रेलवे स्टेशन की सभी सीसीटीवी कैमरे खराब

बच्ची का अपहरण

रेलवे स्टेशन पर लगे सभी सीसीटीवी खराब हैं। इस कारण संदिग्धों पर नजर नहीं रखी जा रही है। जबकि पानीपत में तीन बार बम विस्फोट करने की आतंकियों की कोशिश हो चुकी है। एक बार ट्रेन विस्फोट में यहां 66 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद भी आरपीएफ रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को लेकर लापरवाह है।  

आरोप निराधार, नहीं दी शिकायत :  हुड्डा

बच्ची के परिजनों के आरोप निराधार हैं। उनके जवान रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में तैनात हैं। बच्ची का रेलवे स्टेशन से अपहरण हुआ। इस बारे में पीड़ितों ने उन्हें कोई शिकायत नहीं दी है। जैसे ही उन्हें शिकायत मिलती है। वो तुरंत मामले की जांच शुरू कर देंगे।
– रविंद्र हुडा, प्रभारी आरपीएफ थाना पानीपत

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