मुंबई में 7 और केरल में 2 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
मुंबई में शुक्रवार को चार महिलाओं समेत सात बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये घुसपैठिए 2020 से अवैध रूप से देश में रह रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार बांग्लादेशियों की पहचान 26 वर्षीय सोहांग अशीर मुल्ला, 26 वर्षीय जाहिदुल इस्लाम इमुल, 25 वर्षीय नोयाम अफजल हुसैन शेख, 23 वर्षीया अलामिन शेख, 24 वर्षीया अलाम तुतुल, 35 वर्षीया तावमिना अख्तर राजू और 35 वर्षीया सलमा मोकसाद अली के रूप में की है।
ये सभी चेंबुर में माहुल में रह रहे थे। सातों ने स्वीकार किया कि वे सभी बांग्लादेश से हैं और मार्च 2020 से बिना वैध दस्तावेज के रह रहे थे। सभी के विरुद्ध विदेशी अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम आदि के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। आरसीएफ थाना के अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच की जा रही है।
केरल में जाली दस्तावेज के साथ बांग्लादेशी दंपती गिरफ्तार
केरल में जाली दस्तावेज के आधार पर कई वर्षों से रहने वाली दंपती को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि 38 वर्षीय दशरथ बनर्जी और उसकी पत्नी 33 वर्षीया मारी बीबी एडावानकड क्षेत्र में स्वयं को भारतीय नागरिक बताकर रह रहे थे। नजारक्कल पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन पहल के तहत तलाशी अभियान के दौरान दंपती को गिरफ्तार किया। जाली आधार, मतदाता पहचान पत्र उन्होंने बंगाल में बनवाए थे।
बांग्लादेशी अभिनेत्री मेहर अफरोज शान को पुलिस ने हिरासत में लिया
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की आलोचक रहीं प्रसिद्ध अभिनेत्री और पार्श्व गायिका मेहर अफरोज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने का कारण अभी नहीं बताया गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रेजाउल करीम मोलिक ने कहा कि उनके संबंध में कुछ जानकारियां मिली थीं। यह पूछे जाने पर कि कि क्या उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, उन्होंने कहा कि हमने अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
घर को लगाई आग
मेहर अफरोज ने फिल्म क्रिहनोपोक्खो के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने जमालपुर में मेहर अफरोज के पैतृक घर को गुरुवार शाम आग लगा दी। यह घर उनके पिता इंजीनियर मोहम्मद अली का था, जिन्होंने अतीत में अवामी लीग के लिए नामांकन मांगा था। उनकी मां बेगम ताहुरा अली 1996-2001 और 2009-2014 तक महिलाओं के लिए आरक्षित सीट से सांसद रहीं।
यूनुस सरकार ने की शांति की अपील
इस बीच, मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को शांति का आह्वान किया और नागरिकों से अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के परिवार और अवामी लीग के नेताओं की संपत्तियों पर हमलों को खत्म कर तुरंत कानून और व्यवस्था बहाल करने का आग्रह किया। कहा कि उनकी संपत्तियों पर हमला उन्हें अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने में मदद करता है।
प्रतिबंधित इस्लामी संगठन हुए सक्रिय
सरकार हसीना और उनके समर्थकों पर मुकदमा चलाने की प्रक्रिया में है और दुनिया हमारे साथ है, जबकि कानून-व्यवस्था की यह स्थिति दुनिया को गलत संदेश देगी। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की अध्यक्षता वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने देश की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।कहा कि अगर मौजूदा स्थिति को प्रभावी ढंग से प्रबंधित नहीं करती है तो देश और सरकार दोनों की स्थिरता को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ेगा। इस बीच बांग्लादेश में कई प्रतिबंधित इस्लामी संगठन बेहद सक्रिय हो गए हैं।