इन दस बातो से आप समझ जायेंगे माल्या की फरारी से गिरफ्तारी तक की कहानी…

देश में अपने शराब और एयरलाइन्स कारोबार से हमेशा सुर्खियों में रहे विजय माल्या पर लगभग एक दर्जन बैंकों से किंगफिशर एयरलाइन्स के नाम पर 9000 करोड़ रुपये कर्जा लेकर धांधली करने का आरोप है.

1. माल्या पर अपनी कंपनी यूनाइटेड ब्रेवरीज को दुनिया की सबसे बड़े शराब कंपनी डियाजियो को बेचने के बाद आरोप लगा था कि उन्होंने 7000 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की है. यह आरोप डियाजियो ने कंपनी के फाइनेंस की जांच के बाद लगाया जिसके बाद देश के सरकारी बैंकों को एहसास हुआ कि माल्या की इस हेराफेरी का असली नुकसान दरअसल उन्हें हुआ है.

2. माल्या ने अपनी दूसरी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के लिए यूनाइटेड ब्रेवरीज की गारंटी पर कई बैंकों से पैसे उठाए थे. इस बात को छिपाते हुए माल्या ने डियाजियो के हाथ यूनाइटेड ब्रेवरीज को बेच दिया.

3. लंदन में फॉर्मूला 1 रेसिंग के लिए अपनी कार लांच करते वक्त माल्या ने कहा कि भारत के सरकारी बैंक देश की सबसे बड़ी एयरलाइन्स के विफल हो जाने पर खुद की जिम्मेदारी उनके ऊपर लाद रहे हैं. माल्या ने कहा कि लोन की रिकवरी पूरी तरह से सिविल कोर्ट का मामला है.

4. शराब कारोबारी विजय माल्या का इंग्लैंड से प्रत्यर्पण कराने के लिए गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय को अदालत से जारी नोटिस दे दिया है. गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय को मुंबई स्पेशल कोर्ट का वह आदेश दिया है जिसमें प्रवर्तन निदेशालय ने इंडिया-यूके म्यूचुअल लीगल एसिसटेंस ट्रीटी (एमलैट) के तहत विजय माल्या को मामले में पेश होने के लिए अपील की थी.

5. मनी लॉन्डरिंग केस की जांच कर रही मुंबई स्पेशल कोर्ट ने फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध को मंजूरी दे दी थी. प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट से भारत और यूके के बीच एमलैट का सहारा लेते हुए विजय माल्या को भारत लाने की इजाजत मांगी थी.

6. सरकारी सूत्रों के मुताबिक यह कदम इसलिए उठाया गया है जिससे विदेश मंत्रालय जल्द से जल्द विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए इंग्लैंड की सरकार के सामने अपना पक्ष रख सके.

7. विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि विजय माल्या पर गंभीर आरोपों का हवाला देते हुए इंग्लैंड की सरकार से विजय माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की गई थी. भारत सरकार के अनुरोध के बाद लगभग 2 महीने से इंग्लैंड सरकार ने अब विजय माल्या को भारत भेजने के लिए पहला कदम उठाया है.

8. लेकिन केन्द्र सरकार के दबाव में सीबीआई ने पूरे मामले को क्रिमिनल केस में बदल दिया है जिससे उन्हें गिरफ्तार किया जा सके. इसके बाद उनपर फ्रॉड और मनी-नॉन्डरिंग का मामला दर्ज किया गया है.

9. हाल ही में भारत ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री डेरेसा मे के भारत दौरे पर माल्या सहित करीब 60 वांछित लोगों को प्रत्यर्पित करने को कहा ताकि उन्हें यहां न्याय की जद में लाया जा सके. भारत और ब्रिटेन केंद्रीय गृह सचिव स्तर पर सालाना रणनीतिक बातचीत करने पर भी सहमत हुए ताकि आतंकवाद, संगठित अपराध, वीजा और आव्रजन जैसे मुद्दों से साझा रूप से निपटा जा सके.

10. विजय माल्या की बंद हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को बैंक से कर्ज दिलाने में तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान एक वरिष्ठ नौकरशाह ने उनकी मदद की थी. इंडिया टुडे को मिले इस भगोड़े कारोबारी के ई-मेल्स में इस बात का खुलासा हुआ था.

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