2099 तक मारे जाएंगे 58 लाख लोग, वैज्ञानिकों ने की ऐसी भविष्यवाणी, सुनकर कांपे लोग
मानवता को लेकर तरह-तरह की भविष्यवाणियां की ही जाती हैं. हालांकि इनमें से कुछ ऐसी बातें भी होती हैं, जो सिर्फ ज्योतिष के आधार पर नहीं बल्कि वैज्ञानिक आधार पर कही जाती हैं. एक ऐसी ही भविष्यवाणी इस वक्त चर्चा में है, जिसे शोध के बाद वैज्ञानिकों ने बताया है. इसे सुनकर वैसे तो यूरोप के लोग चिंता में आ जाएंगे लेकिन इसकी वजह जो बताई जा रही है, वो दुनियाभर के लिए अलार्मिंग है.
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन की ओर से किए गए नए शोध में बताया गया है कि साल 2015 से 2099 के बीच कुछ ऐसा होगा कि यूरोप में 58 लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो जाएगी. इन्होंने इसकी जो वजह बताई है, वो हम सबके लिए चेतावनी से कम नहीं है.
58 लाख लोगों की होगी मौत
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक London School of Hygiene and Tropical Medicine के शोधकर्ताओं ने बताया है कि साल 2015 से 2099 के बीच यूरोप में कुल 58 लाख लोगों की मौत हो जाएगी. इस शोध में सिर्फ उन मौतों को शामिल किया गया है, जो क्लामेट चेंज यानि मौसम के बदलाव की वजह से होंगी. उनका कहना है कि गर्मी की वजह से होने वाली मौतों की संख्या ठंड की वजह से होने वाली मौतों से ज्यादा होगी. बार्सिलोना वो जगह होगी, जहां गर्मी से सबसे ज्यादा मौतें होंगी, जबकि रोम, नेपल्स और मैड्रिड इसके बाद आएंगे. रिसर्च के मुख्य लेखक Dr Pierre Masselot ने बताया कि उनकी रिपोर्ट के नतीजे क्लाइमेट चेंज और बढ़ती हुई गर्मी को लेकर तुरंत उपाय करने पर ज़ोर देती है.
सदी के अंत तक गर्मी से मरेंगे लोग
खासतौर पर भूमध्यसागरीय इलाकों में नतीजे ज्यादा भयानक होंगे. अगर हमने समय पर उपाय शुरू कर दिए तो क्लाइमेट चेंज से बचकर लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है. इस स्टडी में यूरोप के कुल 854 शहरों को शामिल किया गया था, जिसमें भविष्य में गर्मी से होने वाली मौतों का अनुमान लगाया गया. अगर इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो 5,825,746 लोग अपनी जान गंवा देंगे. ये रिपोर्ट सिर्फ यूरोप ही नहीं पूरी दुनिया के लिए चेतावनी भरी है.