बच्चे को आदर्शक नागरिक बनाने के लिए अपनाएं ये 5 आसान तरीके..
बच्चे को बेहतर इंसान बनाने के लिए पेरेंट्स काफी जद्दोजहद करते हैं. ऐसे में पेरेंट्स बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने पर फोकस करते हैं. वहीं बच्चे की बेहतर परवरिश के लिए उन्हें आदर्श नागरिक (Ideal citizen) बनाना भी जरूरी होता है. ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे को आदर्श नागरिक बनाना चाहते हैं. तो कुछ शानदार ट्रिक्स अपनाकर आप बच्चे के भविष्य को भी बेहतर बना सकते हैं.
आदर्श नागरिक के गुण सिखाना भी बच्चों की बेस्ट परवरिश का ही हिस्सा होता है. ऐसे में आप न सिर्फ बच्चे को देश के प्रति उसकी जिम्मेदारी से अवगत करा सकते हैं बल्कि बच्चे को अपने देश से प्यार करना भी सिखा सकते हैं. तो आइए जानते हैं बच्चे को आदर्शक नागरिक बनाने के कुछ टिप्स, जिसे फॉलो करके आप बच्चे की कंप्लीट परवरिश कर सकते हैं.
स्वतंत्रता संग्राम की कहानी सुनाएं
बच्चे में देश प्रेम की भावना जगाने के लिए आप उसे बचपन से ही आजादी की कहानियां सुना सकते हैं. साथ ही महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और नेता जी सुभाष चंद्र बोस जैसे कुछ स्वतंत्रता संग्रामियों से रुबरु करवा कर आप बच्चे को आजादी का महत्व भी समझा सकते हैं. इससे बच्चा खुद-ब-खुद देश से प्यार करने लगेगा.
नेशनल फेस्टिवल्स मनाएं
होली, दिवाली, ईद और क्रिसमस के अलावा आप घर पर राष्ट्रीय पर्व मनाकर भी बच्चे को देश के महत्व से अवगत करवा सकते हैं. ऐसे में आप बच्चे के साथ घर पर स्वंतत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती जैसे फेस्टिवल्स सेलिब्रेट कर सकते हैं. इससे बच्चा इन खास दिनों के महत्व को आसानी से समझ पाएगा और नेशनल फेस्टिवल्स को भी तवज्जो देना शुरु कर देगा.
राष्ट्रीय पर्व के कार्यक्रमों में करें शिरकत
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे मौकों पर स्कूल और कॉलेज में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. ऐसे में आप बच्चों को इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. इस दौरान स्वतंत्रता की कहानियों पर आधारित नाटक, भाषण और डांस परफॉर्मेंस में हिस्सा लेकर बच्चे राष्ट्रीय पर्व के महत्व को आसानी से जान पाएंगे.
गाने याद करवाएं
बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए आप उन्हें देशभक्ति पर आधारित फिल्में दिखा सकते हैं. साथ ही इन फिल्मों के गाने याद करके भी बच्चे देश से प्यार करना सीख जाते हैं. वहीं राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत याद करवा कर भी आप बच्चे को इनके महत्त्व के बारे में समझा सकते हैं.