38 साल बाद 15 अगस्त सावन की बड़ी नाग पंचमी पर बना ये योग, करे ये काम आपकी 7 पुस्ते होंगी करोड़पति

हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार 15 अगस्त 2018 को देशभर में नागपंचमी मनाई जाएगी. इस दिन नाग देवता के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है|इस बार नागपंचमी का विशेष महत्व रहेगा। देश की आजादी के बाद दूसरी बार 15 अगस्त के दिन ही नागपंचमी मनाई जाएगी। इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। यह शुभ योग 15 अगस्त को सुबह 11.48 से शुरू होकर शाम 4.13 बजे तक रहेगा।इससे पहले 38 साल पहले 15 अगस्त 1980 को नागपंचमी आई थी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नागपंचमी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है। पूर्ण कालसर्प योग होने के कारण ही इस बार नागपंचमी का महत्व ज्यादा है..

ऐसी मान्यता है कि नाग देवता की पूजा करने और रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं. मान्यता यह भी है कि इस दिन सर्पों की पूजा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं. प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसे नागपंचमी के दिन भगवान शिव और नागदेवता की पूजा करनी चाहिए| इस दोष से मुक्ति के लिए भी ज्योतिषाचार्य नागपंचमी पर नाग देवता की पूजा करने के साथ-साथ दान दक्षिणा का महत्व बताते हैं।

नागपंचमी का महत्व

मान्यता है कि कि सर्प ही धन की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं और इन्हें गुप्त, छुपे और गड़े धन की रक्षा करने वाला माना जाता है. नाग, मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं. जो हमारे धन की रक्षा में हमेशा तत्पर रहते हैं. इसलिए धन-संपदा व समृद्धि की प्राप्ति के लिए नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन श्रीया, नाग और ब्रह्म अर्थात शिवलिंग स्वरुप की आराधना से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और साधक को धनलक्ष्मी का आशिर्वाद मिलता है.

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ज्योतिष के अनुसार यदि आप नागपंचमी के दिन कुछ विशेस उपाय कर लेते है तो इससे आपकी आर्थिक स्थिति काफी अच्छी हो जाती है और आपको बहुत ही ज्यादा धन लाभ मिलता है |तो आइये जानते है कौन से है वो उपाय

1 .चन्दन-

नागपंचमी से एक दिन पहले किसी कटोरी में पानी लेकर एक चन्दन के टुकड़े भिगोकर रख दें.सुबह उस पानी को किसी को कुछ बिना बताये नहाने के पानी में मिलाकर नहा लें|इससे आपकी हर मनोकामनाएं पूरी हो सकती है.

2.कपूर-

पूजा- पाठ में इस्तेमाल होने वाला कपूर आपके भाग्य बदलने में भरपूर मदद कर सकती है.इसके लिए नहाने के पानी में चुटकी भर कपूर मिलाकर नहाने से दरिद्रता दूर होती है.साथ ही इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होने के कारन शरीर में किसी तरह का इंफेक्शन होने से बचाता है.

3 .काला तिल-

नहाने के पानी में नागपंचमी के दिन चुपचाप थोडा सा काला तिल मिलकर नाहा लें.इससे दरिद्रता दूर होकर पैसों की तंगी दूर होगी.और पैसों की कभी कमी नही होगी.

नागपंचमी के दिन क्या ना करें

नागपंचमी की मान्यता अनुसार आज के दिन भूमि आदि नहीं खोदनी चाहिए परंतु उपवास करने वाला मनुष्य सांयकाल को भूमि की खुदाई कभी न करे। नागपंचमी के दिन धरती पर हल न चलाएं, देश के कई भागों में तो इस दिन सुई धागे से किसी तरह की सिलाई आदि भी नहीं की जाती तथा न ही आग पर तवा और लोहे की कड़ाही आदि में भोजन पकाया जाता है। किसान लोग अपनी नई फसल का तब तक प्रयोग नहीं करते जब तक वह नए अनाज से बाबे को रोट न चढ़ाएं।

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