महाराष्ट्र में राजनीतिक जमीन की तलाश में सपा, विधानसभा चुनाव से पहले दौरे पर पहुंचे 37 सांसद…

लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी ने अब महाराष्ट्र में राजनीतिक जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके लिए पार्टी के 37 सांसद राज्य के दौरे पर हैं। सपा सांसदों का यह दौरा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुआ है। इस दौरान समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने उत्तर प्रदेश से चुने गए पार्टी सांसदों का सम्मान किया।

सम्मानित होने वाले सांसदों में अयोध्या से चुने गए सांसद अवधेश प्रसाद भी शामिल रहे। सांसदों ने शुक्रवार को प्रतिष्ठित सिद्धिविनायक मंदिर और मणि भवन गांधी संग्रहालय का दौरा किया। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी के सांसदों ने दादर स्थित चैत्य भूमि का भी दौरा किया, जहां डॉ बीआर आंबेडकर का अंतिम संस्कार किया गया था।

‘यूपी के बाद सबसे बड़ा गढ़ महाराष्ट्र’

इस दौरान अबू आसिम आजमी ने कहा कि समाजवादी पार्टी अब देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है। अब समय आ गया है कि हम पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की ओर अग्रसर हों और इसके लिए संघर्ष शुरू करें। इसलिए हमने उत्तर प्रदेश में चुने गए हमारी पार्टी के 37 सांसदों को मुंबई बुलाकर उनका सम्मान करने का फैसला किया है। क्योंकि उत्तर प्रदेश के बाद सपा के सबसे बड़ा गढ़ महाराष्ट्र और मुंबई ही है।

‘विस्तार का स्वर्णिम अवसर’

आजमी का कहना है कि सपा महाराष्ट्र में पिछले 25-30 वर्षों से संघर्ष करती आ रही है। अब महाराष्ट्र में हमारे विस्तार का स्वर्णिम अवसर दिखाई दे रहा है, क्योंकि यहां उत्तर प्रदेश के लाखों लोग रह रहे हैं, जिनका कोई सहारा नहीं है। उन्हें इंसाफ नहीं मिलता। यहां की पार्टियां इन्हें सिर्फ अपना वोट बैंक बनाकर रखी हैं। इसलिए उत्तर प्रदेश में चुने गए 37 सांसदों को बुलाकर हम यहां के उत्तर भारतियों का मनोबल ऊंचा करना चाहते हैं।

राज्य में सपा के दो विधायक

महाराष्ट्र में सपा के फिलहाल दो विधायक हैं। उनमें से एक अबू आसिम आजमी भी हैं। पिछले 25 वर्षों से आजमी समाजवादी पार्टी को महाराष्ट्र में न केवल जीवित रखे हुए हैं, बल्कि महाराष्ट्र विधानसभा में यहां के उत्तरभारतियों की आवाज भी पूरी प्रखरता से उठाते रहे हैं। मुंबई महानगरपालिका में भी वह सपा के सभासद चुनवाकर लाते रहे हैं।

वह फिलहाल महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) का हिस्सा हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में मविआ से कोई सीट नहीं मांगी थी। अब उन्हें लग रहा है कि महाविकास आघाड़ी में सीटों के लिए अच्छी सौदेबाजी कर सकते हैं। खासतौर से मुस्लिम एवं उत्तरभारतीय बहुत सीटों पर। इसलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश सपा सांसदों में मुंबई बुलाकर उनके सम्मान का आयोजन किया है।

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