’30 नवंबर को ट्रंप भारत से हटाएंगे टैरिफ’, भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कर दिया बड़ा इशारा

मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन के अनुसार अमेरिका द्वारा लगाया गया 25% अतिरिक्त टैरिफ 30 नवंबर के बाद वापस लिया जा सकता है। उनके इस बयान से भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की संभावना बढ़ गई है। 16 सितंबर को

भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका द्वारा लगाया गया 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ 30 नवंबर के बाद वापस लिया जा सकता है। उनके इस बयान से साफ हो गया है कि 30 नवंबर से पहले भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India Us Trade Deal) को लेकर कुछ बड़ा होने वाला है।

कोलकाता में मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए, सीईए ने कहा, “हम सभी पहले से ही काम पर लगे हुए हैं, और मैं यहाँ टैरिफ के बारे में बात करने के लिए कुछ समय लूंगा। हां, 25 प्रतिशत का मूल पारस्परिक टैरिफ और 25 प्रतिशत का दंडात्मक टैरिफ, दोनों की उम्मीद नहीं थी।”

30 नवंबर के बाद नहीं लगेगा दंडात्मक टैरिफ – नागेश्वरन
उन्होंने कहा, “मेरा अब भी मानना ​​है कि भू-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण ही दूसरा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया होगा, लेकिन पिछले कुछ हफ़्तों के हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए, मैं ऐसा मानता हूँ और मेरे पास ऐसा कहने का कोई विशेष कारण नहीं है, इसलिए मेरा मानना ​​है कि 30 नवंबर के बाद दंडात्मक टैरिफ नहीं लगेगा।”

‘India US Trade Deal से निकलेगा समाधान’
Chief Economic Adviser (CEA) V Anantha Nageswaran का बयान आर्थिक चर्चाओं के बीच व्यापार प्रतिबंधों में संभावित ढील की ओर इशारा करता है। 16 सितंबर को भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर वार्ता हुई थी। दोनों देशों के बीच ट्रेड डील (India US Trade Deal) को लेकर हुई यह वार्ता काफी सकारात्मक रही।

उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच जारी वार्ता का उल्लेख करते हुए कहा, “मुझे विश्वास है कि अगले कुछ महीनों में दंडात्मक शुल्क और उम्मीद है कि पारस्परिक शुल्कों पर भी समाधान हो जाएगा।”

रूस से तेल खरीद पर लगा था 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ
रूसी तेल की खरीद के लिए भारतीय उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाया गया अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ अगस्त में लागू हुआ, जिससे नई दिल्ली पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया। भारत का अमेरिका को निर्यात 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। ऐसे में अमेरिका को किए जाने वाले निर्यात में बढ़े टैरिफ से कमी देखने को मिल सकती है। लेकिन अगर 30 नवंबर से अतिरिक्त टैरिफ हट गया तो इससे भारतीय व्यापारियों को राहत मिलेगी।

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