29 बिस्वा जमीन बनी हत्या की वजह… प्रापर्टी डीलर सहित चार आरोपी अरेस्ट

फरीदपुर में मुठभेड़ के दौरान असलहा तस्कर के पैर में गोली लगी है। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपियों के कब्जे से .315 बोर का तमंचा और दो कारतूस बरामद हुए। गाजीपुर निवासी तीन शूटरों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की टीमें दबिश दे रही है।
पुलिस लाइन स्थित सभागार में डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मुंबई का प्रापर्टी डीलर और गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के ढकवा निवासी योगेंद्र यादव उर्फ फैंटू, सारनाथ के सिंहपुर निवासी सम्पूर्णानंद शुक्ला उर्फ चंदन, श्याम राजभर उर्फ रेखा प्रधान और असलहा तस्कर बिहार के मुंगेर कोतवाली क्षेत्र के मुर्गिया चक निवासी मोहम्मद मुकीम हैं। मुकीम ने ही शूटरों को असलहा उपलब्ध कराया था।
छानबीन में सामने आया कि योगेंद्र ने छह महीने पहले सिंहपुर में अंजनी नाथ शुक्ला से 4.5 बिस्वा जमीन 48 लाख रुपये एडवांस देकर प्लॉटिंग के लिए एग्रीमेंट कराया और फिर उसी जमीन को महेंद्र गौतम से एक करोड़ 22 लाख 50 हजार में बेचने के लिए सट्टा कर दिया। महेंद्र गौतम ने 26 लाख रुपये देकर 10 दिन बाद 96.50 लाख रुपये देने की बात कही थी, लेकिन पैसा नहीं दिया, जिसे लेकर योगेंद्र और महेंद्र में विवाद हो गया।
योगेंद्र ने फिर कर्ज लेकर सिंहपुर निवासी कैलाश शुक्ला और चंदन शुक्ला की 29 बिस्वा जमीन का एग्रीमेंट सात लाख रुपये एडवांस देकर कराया। इस जमीन में भी महेंद्र ने पेंच फंसा दिया और आसपास जमीन पर बाउंड्रीवाल खड़ी कर योगेंद्र के प्लॉटिंग की जमीन का रास्ता बंद कर दिया। इसके कारण योगेंद्र के ऊपर 1.75 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया। इससे तंग आकर योगेंद्र ने कॉलोनाइजर महेंद्र की हत्या की योजना बनाई।
डीसीपी क्राइम सरवणन टी. ने बताया कि कैलाश नाथ शुक्ला की सिंहपुर में 40 करोड़ रुपये मूल्य की 40 बिस्वा जमीन है। इसमें से पूर्व प्रधान श्याम उर्फ रेखा ने कैलाश शुक्ला को 14 लाख रुपये का चेक देकर 9 बिस्वा जमीन का सट्टा कराया।
हत्या के बदले शूटरों को मुंबई में प्लाॅट देने पर बनी थी सहमति
प्रापर्टी डीलर योगेंद्र यादव उर्फ फैंटू ने अपने गाजीपुर के पूर्व परिचित आपराधिक प्रवृत्ति के एक युवक को पांच लाख रुपये में सुपारी दी। 50 हजार रुपये नकद दिए और वारदात को अंजाम देने के बाद 4.50 लाख रुपये देने पर सहमति बनी थी।
योगेंद्र ने तय किया था कि उसकी मुंत्या की बनी थी योजना
एडीसीपी नीतू ने बताया कि कर्ज के बोझ तले दबे आरोपियों ने महेंद्र गौतम को रास्ते से हटाने के लिए पांच अगस्त को सिंहपुर में हत्या की योजना बनाई। गाजीपुर से शूटर भी पहुंचे और उन्हें महेंद्र गौतम की पहचान कराई गई। तब से शूटर महेंद्र गौतम के पीबई में भी प्लाॅटिंग चल रही है। शूटरों को मुंबई में प्लाॅट देने पर भी बात बनी थी। शूटरों के 4.50 लाख रुपये लेने के लिए मुंगेर का असलहा तस्कर मुकीम भी सारनाथ आया हुआ था, जिसे फरीदपुर में मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया।