संस्कृत भाषा के ऐसे 25 रोचक तथ्य जिनको पढ़कर गौरवमयी हो जाएंगे
आपने संस्कृत के श्लोक अपने घर, मंदिर, या फिर स्कूल में तो सुने ही होंगे । इन श्लोको या मंत्रो को हम बचपन में ही सुनते है बड़े होते-होते हमारा रिश्ता इनसे लगभग टूट ही जाता है। फिर हम इन श्लोको को कभी-कभी शुभ अवसरों पर ही सुनते है। 2001 में संस्कृत बोलने वालो की संख्या सिर्फ 14135 थी। आइये हम आपको संस्कृत के ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे है जिनको पड़ कर आपका सर गर्व से उचा हो उठेगा।
- संस्कृत को सभी भाषाओं की जननी माना जाता है।
- प्रारंभ में संस्कृत भारत की मात्र भाषा थी, लेकिन अरब लोगो की दखलंदाजी के बाद इसे बदल दिया गया।
- 1987 में अमरीका की फोब्र्स पत्रिका के अनुसार संस्कृत कंप्युटर प्रोग्रामिंग के लिए सबसे अच्छी भाषा है, क्योंकि इसकी व्याकरण प्रोग्रामिंग भाषा से मिलती जुलती है।
- वर्तमान में संस्कृत भाषा के शब्दकोष में 102 अरब 78 करोड़ 50 लाख शब्द है. जो किसी भी अन्य भाषा के मुकाबले बहुत ज्यादा है।
- संस्कृत उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा है।
- NASA के अनुसार, संस्कृत भाषा धरती पर बोली जाने वाली सबसे स्पष्ट भाषा है।
- जर्मन स्टेट युनिवर्सिटी के अनुसार हिंदु कैलेंडर वर्तमान समय में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे अच्छा कैलेंडर है, क्योंकि इस कैंलेडर में नया साल सौर प्रणाली के भूवैज्ञानिक परिवर्तन के साथ शुरू होता है।
- किसी और भाषा के मुकाबले संस्कृत में सबसे कम शब्दो में वाक्य पूरा हो जाता है।
- संस्कृत साहित्य का अधिकतर साहित्य पद्य में रचा गया है, जब कि अन्य भाषाओं का ज़्यादातर साहित्य गद्य में पाया जाता है।
- वर्तमान में विश्व के 17 से ज्यादा देशो की कम से कम एक यूनिवर्सिटी में संस्कृत भाषा का अध्यन कराया जाता है।
- संस्कृत दुनिया की अकेली ऐसी भाषा है जिसे बोलने में जीभ की सभी मांसपेशियो का इस्तेमाल होता है।
- अमेरिकन हिंदु युनिवर्सिटी के अनुसार संस्कृत में बात करने वाला मनुष्य बीपी, मधुमैह, कोलेस्ट्रॉल आदि रोग से मुक्त हो जाएगा।
- संस्कृत में बात करने से मानव शरीर का तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है जिससे कि व्यकति का शरीर सकारात्मक आवेश के साथ सक्रिय हो जाता है।
- संस्कृत भाषा सिखने से याद करने की शक्ति बढती है और दिमाग भी तेज होता है. लन्दन और आयरलैंड के कई स्कूलों में संस्कृत कंपल्सरी सब्जेक्ट बना दिया गया है।
- संस्कृत स्पीच थेरेपी में भी मददगार है यह एकाग्रता को बढ़ाती है।
- नासा के पास 60,000 ताड़ के पत्तों की पाडुलिपियां है जिन पर वे अध्ययन कर रहें हैं. एक रिपोर्ट का कहना है के रूसी, जर्मन, जापानी और अमेरिकी सक्रिय रूप सेहमारी पवित्र पुस्तकों से नई चीजों पर शोध कर रहे हैं और उन्हें वापस दुनिया के सामने अपने नाम से रख रहे हैं।
- नासा 6th और 7th जेनरेशन के ऐसे कंप्यूटर बना रहा है. जो संस्कृत भाषा पर आधारित होंगे. यह कंप्यूटर 2034 तक बनकर तैयार हो जायेंगे।
- कर्नाटक के मुत्तुर गांव के लोग केवल संस्कृत में ही बात करते है।
- दुनिया की 97 प्रतीशत भाषाएँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसी भाषा से प्रभावित हैं. हिन्दी, उर्दु, कश्मीरी, उड़िया, बांग्ला, मराठी, सिन्धी और पंजाबी भाषा की उत्पती संस्कृत से ही हुई है।
- सुधर्मा संस्कृत का पहला अखबार था, जो 1970 में शुरू हुआ था। आज भी इसका ऑनलाइन संस्करण उपलब्ध है।
- Algorithms यानि कंप्यूटर द्वारा गणित के सवालों को हल करने की विधि संस्कृत में बनी है. ना की अंग्रेजी में।
- जर्मनी में बड़ी संख्या में संस्कृतभाषियो की मांग है। जर्मनी की 14 यूनिवर्सिटीज़ में संस्कृत पढ़ाई जाती है।
- अमेरिका, रूस, स्वीडन,जर्मनी, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलीया वर्तमान में भरत नाट्यम और नटराज के महत्व के बारे में शोध कर रहै हैं. (नटराज शिव जी का कॉस्मिक नृत्य है. जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के सामने शिव या नटराज की एक मुर्ति है.)
- नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वो अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तो उनके वाक्य उलट हो जाते थे. इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था. उन्होंले कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई. आखिर में उन्होंने संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उल्टे हो जाने पर भी अपना अर्थ नही बदलते हैं।
- इंग्लैंड़ वर्तमान में हमारे श्री-चक्र पर आधारित एक रक्षा प्रणाली पर शोध कर
रहा है।