25 साल के जसप्रीत बुमराह एंटीगा टेस्ट में ऐसी ही उपलब्धि हासिल बनाया ऐसा रिकॉर्ड, पढ़े पूरी खबर

भारत ने ‘यॉर्करमैन’ जसप्रीत बुमराह (7 रन देकर 5 विकेट) की तूफानी गेंदबाजी के दम पर पहले टेस्ट मैच के चौथे ही दिन वेस्टइंडीज को 318 रनों से करारी मात दी. इसके साथ ही टीम इंडिया ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली और अपने पहले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप मैच में 60 अंक हासिल कर लिये.
कम रन देकर ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना किसी भी गेंदबाज का सपना होता है. 25 साल के जसप्रीत बुमराह एंटीगा टेस्ट में ऐसी ही उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहे और बड़ा कीर्तिमान रच डाला. बुमराह सबसे कम रन देकर टेस्ट की एक पारी में 5 या इससे ज्यादा विकेट (Five Wicket haul) लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए. बुमराह से पहले यह रिकॉर्ड वेंकटपति राजू के नाम था, जिन्होंने 1990 में श्रीलंका के खिलाफ चंडीगढ़ में 12 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे.
भारतीय गेंदबाज: सबसे कम रन देकर टेस्ट की एक पारी में 5 या ज्यादा विकेट
| बॉलर | विकेट | विरुद्ध | स्थान | वर्ष |
| जसप्रीत बुमराह | 5/7 | वेस्टइंडडीज | एंटीगा | 2019 |
| वेंकटपति राजू | 6/12 | श्रीलंका | चंडीगढ़ | 1990 |
| हरभजन सिंह | 5/13 | वेस्टइंडीज | किंग्सटन | 2006 |
| सुभाष गुप्ते | 5/18 | पाकिस्तान | ढाका | 1955 |
| जे. श्रीनाथ | 6/21 | साउथ अफ्रीका | अहमदाबाद | 1996 |
| रवींद्र जडेजा | 5/12 | साउथ अफ्रीका | मोहाली | 2015 |
दूसरी तरफ, ओवरऑल टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो बुमराह के इस प्रदर्शन के अलावा विश्व क्रिकेट में तीन ही बेहतर मौके रहे, जब किसी गेंदबाज ने टेस्ट की एक पारी में सबसे कम रन खर्च कर पांच या इससे ज्यादा विकेट चटकाए हैं.
1. एर्नी टोशैक (ऑस्ट्रेलिया) 2.3-1-2-5 विरुद्ध भारत, ब्रिस्बेन, 1947
2. जेर्मेन लॉसन (वेस्टइंडीज) 6.5-4-3-6 विरुद्ध बांग्लादेश, ढाका, 2002
3. बर्ट आइरनमॉन्गर (ऑस्ट्रेलिया) 7.2-5-6-5 विरुद्ध साउथ अफ्रीका, मेलबर्न 1932
4. जसप्रीत बुमराह (भारत) 8-4-7-5 विरुद्ध साउथ अफ्रीका, मेलबर्न 1932
दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया के बाद विंडीज में कारनामा
टेस्ट की एक पारी में जसप्रीत बुमराह ने चौथी बार पांच या इससे ज्यादा विकेट हासिल किए हैं. ये (five-wicket hauls) चार अलग-अलग दौरों में आ चुके हैं. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और अब वेस्टइंडीज दौरे पर यह उपलब्धि हासिल की. बुमराह भारत ही नहीं, एशिया के पहले ऐसे गेंदबाज बन गए हैं, जो इन चार देशों के प्रत्येक दौरों में फाइव विकेट हॉल पूरे किए. उल्लेखनीय है कि बुमराह ने इन देशों के अपने पहले ही दौरे में यह उपलब्धि हासिल की है.





