23 मई 2018 दिन बुधवार का राशिफल और पंचांग : जाने किन राशियों के लिए शुभ है कल का दिन
आप सब का मंगल हो…
।। आज का पञ्चाङ्ग ।।
ऋतु-ग्रीष्म
माह-अधिकज्येष्ठ
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-05:18
सूर्यास्त-06:42
राहूकाल (अशुभमुहूर्त) दोपहर 12:00 से 01:30 तक
तिथि-नवमी
पक्ष-शुक्ल
दिशाशूल-उत्तर
शुभदिशा-दक्षिण
अमृतमुहूर्त-प्रातः 07:10 से 08:40 तक
।। आज का राशिफल ।।
मेष:- आज आपका व्यापर मन्द रह सकता है, वाणी पर नियंत्रण नहीं होने से किसी के साथ वाद-विवाद की संभावना है। स्त्री वर्ग से लाभ होगा। मन की उदासी आप में नकारात्मक विचार ला सकती है।
सुझाव:-आज आप फलों का दान किसी विप्र वैष्णव को करें।
राशिरत्न:-मूँगा
वृष:– आज आपका व्यापर उत्तमोत्तम रहेगा, विचारों की दृढ़ता के साथ आप सावधानीपूर्वक काम करेंगे। व्यवस्थित रूप से आर्थिक स्थितियों में सुधार हो सकेगा। वस्त्र, आभूषण, सौंदर्य प्रसाधनों और मनोरंजन का लाभ मिलेगा।
सुझाव:-आज आप कुट्टू दलिया किसी मंदिर में दान करें।
राशिरत्न:-हीरा,ओपल
मिथुन:- आज व्यापर उत्तम रहेगा, किन्तु वाणी व्यवहार में आज किसी के साथ गलतफहमी पैदा कर सकती हैं। संबंधियों के साथ खूब संभलकर रहना उचित होगा। बीमारी या दुर्घटना का योग होने से उस सम्बंध में सावधानी रखें। मान-प्रतिष्ठा को लेकर आज सतर्क रहें।
सुझाव:-आज आप भगवान विष्णु को फल का भोग लगावें।
राशिरत्न:-पन्ना
कर्क:- आज आर्थिक निवेश और नए कार्य की शुरुआत करने के लिए उत्तम दिन है। व्यापार-धंधे में लाभ, नौकरी में पदोन्नति और आय के स्त्रोतों में वृद्धि होने से आप खूब आनंद और संतोष की भावना अनुभव करेंगे। मित्र, पत्नी, पुत्र आदि की तरफ से शुभ समाचार मिलेगा।
सुझाव:-असज आप आलू व सेधां नमक का दान किसी विप्र को करें।
राशिरत्न:-मोती
सिंह:-आज दिन के प्रारंभ में शारीरिक और मानसिकरूप से अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। क्रोध की मात्रा अधिक रहने से किसी के साथ मनमुटाव की संभावना है। परंतु मध्याहन के बाद आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति में सुधार होगा। व्यापर में समान्य लाभ मिलेगा। यात्रा से तनाव हो सकता है।
सुझाव:-आज आप गुड़ और मोमफली का दान किसी देवी मंदिर में करें।
राशिरत्न:-माणिक्य
कन्या:– आज आवक व्यापर मन्द या प्रभावित रह सकता है।आज नूतन कार्य और न करे। आध्यात्मिक क्षेत्र में मन लगेगा व्यक्ति विशेष का मार्गदर्शन प्राप्त होने का योग है। परंतु स्वास्थ्य में शिथिलता और व्यग्रता का अनुभव होने की भी संभावना बन रही है।
सुझाव:-आज आप काले तिल के लड्डू का दान किसी जरूरतमंद को करें।
राशिरत्न:-पन्ना
तुला :-आज दिन का प्रारंभ आनंदप्रद रहेगा। विचारों में उग्रता और अधिकारत्व की भावनाएं मन में रहेंगी। आर्थिक लाभ की और सुदूर यात्रा की संभावना है। परंतु मध्याह्न के बाद संध्या के समय किसी से बहस न हो जाए इसलिए आपनी वाणी पर संयम रखना आवश्यक होगा। शैक्षिक कार्यों में शिथिलता आ सकती है।
सुझाव:-आज ब्राम्हणों को पञ्चाङ्ग दान करें।
राशिरत्न:-हीरा, ओपल
वृश्चिक:- आज व्यापार सामान्य रहेगा बौद्धिक कार्यों तथा जनसंपर्क बनाए रखने के लिए दिन अच्छा है ।छोटी दूरी की यात्रा संभावना है। धन-सम्बंधित आयोजन करने के लिए समय शुभ है। मध्याह्न तथा संध्याकाल में बासी खान-पान से हानि हो सकती है।
सुझाव:-आज आप माता लक्ष्मी को मखाने की खीर अर्पण करें।
राशिरत्न:-मूँगा
धनु:- आज आपका व्यापर अपेक्षाकृत धीमा रह सकता है ।शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए संभलकर चले। यात्रा-पर्यटन को आज हो सके तो बचें , शैक्षिक कार्यों के लिए दिन अनुकूल रहेगा।
सुझाव:-आज आप सूर्यमुखी का तेल किसी विप्र को दान दें।
राशिरत्न:-पुखराज
मकर:-आज आप कुछ अधिक संवेदनशील रहेगें। आपकी भावना को भी ठेस पहुंच सकती है। वाहन चलाते समय सचेत रहें, आपत्तिकर विचार, व्यवहार और आयोजन से दूरी रखें मिथ्या दोष लग सकता है। किसी भी कार्य में शीध्र निर्णय न लें बेहतर होगा ।
सुझाव:-आज आप किसी ब्राम्हण बालक को ऊनी वस्त्र जरूर दान दें।
राशिरत्न:-नीलम
कुंभ:- आज आप का व्यापार उत्तम रहेगा अर्थ लाभ होगा। नए कार्य का प्रारंभ करने के लिए आज दिन के प्रारंभ का समय बहुत अनुकुल है। परंतु मध्याह्न के बाद आपकी मानसिक व्यग्रता में वृद्धि संभव है। संपत्ति विषयक दस्तावेज करने के लिए समय अनुकूल नहीं है। विद्यार्थियों के लिए दिन मध्यम है। यात्रा से लाभ मिलेगा।
सुझाव:-आज आप किसी गरीब व्यक्ति को जुते दान में दे।
राशिरत्न:-नीलम
मीन:-आज आपको नौकरी व्यापर दोनों में उन्नति मिल सकती है। घर, कुटुंब तथा व्यावसायिक क्षेत्र में व्यवहार अपनाने से वातावरण आपके पक्ष में रह सकता है। यात्रा से लाभ व्यक्ति विशेष का मार्ग दर्शन आप को भाग्योन्नति दे सकता है।
सुझाव:-आज आप माखनमिश्री व मखने का भोग भगवनाव श्रीराधाकृष्ण को अर्पित करें।
राशिरत्न:-पुखराज
।। आज के दिन का विशेष महत्व ।।
1. आज ग्रीष्म ऋतु अधिकज्येष्ठ माह शुक्लपक्ष नवमी तिथि बुधवार है।
।। प्रेरणा दाई चौपाई ।।
बिनु रघुपति पद पदुम परागा। मोहि केउ सपनेहुँ सुखद न लागा।।
अर्थ:-जब श्री सीता जी से राम जी कहते है कि देवी तुम सुमन्त जी के साथ अयोध्या वापस जाओ और सास ससुर की सेवा करो तो माता श्री सीता जी ने उत्तर दिया कि बिना राघव जी के चरण कमलों के धुली नित्य दर्शन के बिना मुझे कोई भी वस्तु स्वप्न में भी सुख देने वाली नही मालूम पड़ती।
“अस्तु पातिव्रत्य धर्म का सर्वोत्तम उदाहरण हैं माता सीता “।
।। वास्तु टिप विशेष ।।
शयन कक्ष में बेड दरवाजे के पास नहीं रखना चाहिए, ऐसा करने से मन मे हमेशा अशांति व व्याकुलता बनी रहती है।
।। इति शुभम् ।।
।।आचार्य स्वामी विवेकानन्द।।
।।ज्योतिर्विद, वास्तुविद व सरस् कथा व्यास।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
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