करनाल में 2 भाइयों में हुआ विवाद, श्मशान घाट से पिता का शव उठा ले गई पुलिस

घरौंडा : शहर की भोला कॉलोनी में एक 95 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके अंतिम संस्कार को लेकर हंगामा हो गया। बुजुर्ग के दूसरे बेटे ने उसके पिता का किसी आशंका के चलते पोस्टमार्टम कराने की बात कहकर अंतिम संस्कार रोक दिया।

जिसके बाद बुजुर्ग को शव अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट में भी ले जाया गया, लेकिन फिर विवाद हो गया। घटना की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस शमशान घाट में पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल मर्चरी हाउस में भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इंद्र सिंह 95 वर्षीय का पैतृक गांव नारा है। उसके तीन बेटे है। जिसमे एक बेटा पानीपत, दूसरा गांव नारा व तीसरा बेटा दलबीर सिंह शहर की भोला कॉलोनी में रहता है। इंद्र सिंह की मंगलवार को लगभग तीन बजे मृत्यु हो गई। जिसका बुधवार को अंतिम संस्कार होना था।

बुधवार को जैसे ही बुजुर्ग को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट में ले जाने लगे तो गांव नारा में रहने वाले उसके पुत्र ने बुजुर्ग का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। जिसको लेकर काफी विवाद हुआ, लेकिन लोगो के कहने पर मामला शांत हो गया और मृतक के परिजन उसको अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट में ले आ गए, लेकिन फिर विवाद हो गया और बुजुर्ग का अंतिम संस्कार रोक दिया।

मृतक के बेटे दलबीर सिंह ने बताया कि उसका पिता गांव नारा में रहता था और काफी दिनों से बीमार चल रहा था। जिसके चलते वह अपने पिता को कई माह पहले घरौंडा ले आया था। जिसका अर्पणा अस्पताल में इलाज कराया गया। जिसकी मंगलवार को मृत्यु हो गई थी। उन्होंने बताया कि बुधवार को उसका अंतिम संस्कार होना था लेकिन उसके भाई ने अंतिम संस्कार रोक दिया है। किसी आशंका के चलते पोस्टमार्टम कराने की बात कह रहा है। पुलिस ने शव का अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के लिए करनाल भेज दिया है।

थाना प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि दो भाइयों का विवाद है। जिसके चलते नारा निवासी उसके बेटे ने अपने पिता का अंतिम संस्कार रोक दिया है और उसका पोस्टमार्टम कराने की मांग की है।

जिसके चलते शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए करनाल भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है।

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