घर के कबाड़ में 2 भाइयों को मिला पैराशूट, देखकर मृत पिता की आई याद
दुनिया में कई ऐसे जुर्म से जुड़े मामले हैं, जो सालों तक हल नहीं हो पाए और आज भी सुरक्षा एजेंसियां उसे हल करने में लगी हुई हैं. ऐसा ही एक मामला साल 1971 में अमेरिका में घटा था जो प्लेन हाइजैकिंग से जुड़ा था. एक शख्स ने प्लेन हाईजैक कर लिया, सरकार से बदले में पैसे और पैराशूट मांगा और जब वो हासिल हो गया तो न जाने वो कहां गायब हो गया! तब से आज तक उस आदमी के बारे में कुछ नहीं पता. हालांकि, अब जाकर एक ऐसी बात पता चली, जिसने सबके होश उड़ा दिए. एक घर के कबाड़ से 2 भाइयों (Brothers found parachute of DB Cooper) को एक पुराना पैराशूट मिला, जिसे देखकर उन्हें मृत पिता की याद आ गई. उन्हें एहसास हुआ कि उनके मर चुके पिता ही असल में वो हाईजैकर थे. जैसे ही ये बात सामने आई, पुलिस उसकी जांच करने भागी चली आई.
न्यूयॉर्क पोस्ट वेबसाइट के अनुसार नॉर्थ कैरोलाइना के दो भाइयों को कुछ सालों पहले अपने घर के कबाड़ में एक पुराना पैराशूट मिला. वो उनके पिता का पैराशूट था, पर उसे देखकर उन्हें एक बात का एहसास हुआ. उन्हें लगा कि उनके पिता बोइंग विमान के हाइजैकर डीबी कूपर थे. चैंटे और रिक मैकॉय तृतीय ने सोचा कि उनके पिता रिचर्ड मैकॉय जूनियर वही भगोड़े अपराधी हैं, जिसकी तलाश पुलिस और एफबीआई को थी. इस बात का पता उन्हें काफी सालों पहले पता चल गया था, पर उन्होंने इसे राज रखा क्योंकि उनकी मां जीवित थी और वो पैराशूट उन्हीं के पुराने सामानों में से निकला था. ये पैराशूट खास तरह से डिजाइन किया गया था, जैसा डीबी कूपर नाम के हाईजैकर ने डिमांड किया था.
भाइयों को मिला पैराशूट
साल 2020 में जब मां की मौत हुई, तो दोनों भाइयों ने सबसे पहले एक यूट्यूबर से संपर्क किया. डैग ग्रेडर एक एविएशन यूट्यूबर हैं. उन्होंने इस पैराशूट पर वीडियो बनाए और उसे देखकर एफबीआई ने 2023 में जांच दोबारा शुरू की. उससे पहले 2016 तक एफबीआई का कहना था कि उन्होंने डीबी कूपर केस की जांच को बंद कर दिया है. शक की वजह ये थी कि दोनों भाइयों के पिता रिचर्ड जूनियर का क्रिमिनल बैकग्राउंड था. उन्होंने भी अमेरिका के ऊटाह में प्लेन हाइजैक की कोशिश की थी, मगर वो नाकाम रहे थे और उन्हें जेल हो गई थी. उसके बाद वो जेल से भागे और पुलिस शूटआउट में उन्हें मार गिराया गया.
कौन है डीबी कूपर?
चलिए आपको बताते हैं कि डीबी कूपर का केस था क्या! रिपोर्ट के अनुसार 24 नवंबर 1971 को एक शख्स ने डैन कूपर के नकली नाम से नॉर्थवेस्ट ओरियंट एयरलाइन्स में टिकट बुक करवाया. ये फ्लाइट सिएटल जा रही थी. पर बीच में शख्स ने एक एयर होस्टेस को नोट दिया और बताया कि उसके बैग में बॉम्ब है और अगर उसे 2 लाख डॉलर नहीं दिया गया तो वो सबको मार देगा. उसने रुपयों के साथ 4 पैराशूट की भी मांग की. प्लेन सबसे पहले सिएटल उतरा तो वहां पर उसे वो सारी चीजें मुहैया करवाई गईं. पैसों के बदले उसने 36 यात्रियों को उतार दिया, पर इस बार उसने अपने साथ क्रू के सदस्यों को रख लिया. प्लेन मेक्सिको सिटी की तरफ उड़ने लगा पर न जाने कब वो बीच प्लेन से पैराशूट की मदद से कूद गया. तब से उसका कोई पता नहीं चला. हालांकि, 1980 में उन नोटों में से 2 नोट बरामद हुए जो उस वक्त कूपर को दिए गए थे.