1200 लोगों को सूरत से लेकर काठगोदाम पहुंची ट्रेन, चेहरे दिखी घर लौटने की खुशी
हल्द्वानी। कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के मद्देनजर किए गए लॉक डाउन के दौरान गुजरात में फंसे उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के 1200 लोगों को सूरत से लेकर एक विशेष रेलगाड़ी सोमवार की आधी रात को यहां काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंची। इन लोगों को लाने के लिए उत्तराखंड राज्य सरकार ने गुजरात सरकार के साथ मिलकर विशेष प्रयास किया और रेल मंत्रालय ने उन्हें लाने के लिए यह विशेष ट्रेन चलाने की अनुमति दी थी।
सोमवार आधी रात को जब ट्रेन काठगोदाम स्टेशन पर पहुंची तो नैनीताल के जिलाधिकारी सविन बसंल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियोें ने उत्तराखंड के इन प्रवासियों का स्वागत किया। आने वाले यात्रियों का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत की ओर से भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत तथा संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया। अपने घर वापसी होने पर आने वाले यात्रियों के चेहरे पर आत्म संतोष का भाव देखा गया। इन यात्रियों की आंखों में अपने राज्य में पहुंचने पर खुशी की चमक देखी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीणा ने यात्रियों की लाइन लगवाकर शारीरिक दूरी का पालन करवाया। अन्य जरूरी व्यवस्थाओें मे रेलवे अधिकारियों ने पूरा सहयोग किया। ट्रेन से आने वाले यात्रियों को कुमाऊं मंडल के विभिन्न जनपदों में बसों के माध्यम से भेजे जाने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित की गईं।
सूरत से आई इस विशेष ट्रेन में कुल 1200 यात्री लाए गए हैं। यह ट्रेन अल्मोड़ा जनपद के 123 ,बागेश्वर के 291, चम्पावत के 6, पिथौरागढ के 254, उधमसिंह नगर के 16 और नैनीताल जनपद के 510 यात्रियों को सकुशल लेकर रेलवे स्टेशन काठगोदाम पहुंची। काठगोदाम से आगन्तुक यात्रियों को बसों के माध्यम से कुमांऊ के विभिन्न जनपदों में भेजा जायेगा। जिलाधिकारी बंसल ने यात्रियों को उनके जनपदों में भेजने हेतु परिवहन निगम की 46 छोटी तथा बड़ी बसें लगाईं। काठगोदाम रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सुविधा हेतु पेयजल व्यवस्था के साथ ही रेलवे स्टेशन पर लाइट व्यवस्था, शौचालय, घोषणा हेतु माइक सेट आदि का अच्छा प्रबंध था। स्टेशन के प्रवेश एवं निकास स्थलों मे पर्याप्त नागरिक पुलिस तथा रेलवे पुलिस बल की तैनाती रही।
रेलवे स्टेशन काठगोदाम से पिथौरागढ, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, उधमसिंह नगर के यात्रियों को बसों के माध्यम से अन्तरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार ले जाया गया, जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग तथा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा भोजन, पानी तथा जूस भी स्टेशन पर उपलब्ध कराया गया। रात को इनके रहने आदि की व्यवस्था गौलापार स्टेडियम में ही की गई। यात्रियों को मगंलवार को बसों के माध्यम से उनके गन्तव्य को रवाना किया जाएगा। हालांकि जनपद नैनीताल के विभिन्न शहरों तथा गांवों के यात्रियों को जेसमिन बैकंट हाल बरेली रोड, हल्द्वानी ले जाया जाएगा, जहां पर उनका थर्मल स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण कर नजदीकी रहने वाले यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाया गया।
ट्रेन से आए यात्रियों ने एक सुर में कहा कि सूरत से यहां आने पर किसी को ट्रेन का कोई किराया नहीं देना पड़ा। रजिस्ट्रेशन के बाद वे ट्रेन में सवार हुए और यहां चले आए। रास्ते में ट्रेन में तथा यहां अधिकारियों ने स्टेशन पर काफी अच्छा इंतजाम किया था। ट्रेन से आए बागेश्वर के रहने वाले प्रकाश गोस्वामी ने बताया कि सरकार ने बहुत अच्छा इंतजाम किया था। इसके लिए उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और अधिकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की, जिनकी बदौलत वह अपने राज्य में इस ट्रेन से वापस आए। कमोवेश इसी तरह के विचार दूसरे यात्रियों ने भी व्यक्त किए।
इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, कमल मुनी, संजय दुम्का, राजेन्द्र अग्रवाल, प्रिन्स भारद्वाज, भूपेंन्द्र जोेशी, प्रदीप जनौटी, योगेश रजवार,द नवीन पंत, लक्ष्मण सिह, दीपक जोशी के अलावा अपर जिलाधिकारी कैलाश टोलिया, सिटी मजिस्टेट प्रत्यूष सिह, अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी विवेक राय,मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भारती राणा, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज यशपाल सिह, एसीएमओ डा. रश्मि पंत, डा. तरुण कुमार टम्टा, अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि रणजीत सिह रावत, अधिशासी अभियन्ता एचएस. रावत, विशाल सक्सेना जल संस्थान स्टेशन, मास्टर काठगोदाम चयन राय आदि मौजूद थे।