1000 दिनों से आ रहे पीरियड्स, महिला की स्थिति देख डॉक्टर भी हैरान

महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म आते हैं, जिसका साइकिल आमतौर पर 21 से 35 दिनों का होता है और शुरुआत के 5 से 7 दिन ब्लीडिंग होती है. पर एक अमेरिकी महिला के साथ कुछ अलग ही हुआ. उसे 1000 दिनों से पीरियड्स (Woman getting periods for 1000 days) आ रहे हैं, यानी ये समय 3 सालों के बराबर है. शुरुआत में ही वो इतनी परेशान हुई कि डॉक्टर के पास पहुंची. जब उसका अल्ट्रासाउंड हुआ तो एक बड़े राज से पर्दा उठा, जिसके बारे में उसे भी नहीं पता था.
न्यूयॉर्क पोस्ट वेबसाइट के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर पॉपी नाम की एक यूजर ने अपनी विचित्र कंडीशन के बारे में बताया. महिला ने कहा कि उसे 1000 दिनों से लगातार पीरियड्स आ रहे हैं. अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनकलॉजिस्ट्स के अनुसार 14 से 25 फीसदी अमेरिकी महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म होते हैं. इसका मतलब है कि उनके पीरियड्स की साइकिल तय नहीं रहती है. यूं तो ये बड़ी चिंता का विषय नहीं है, मगर पीरियड्स आने में ज्यादा डीले हो तो डॉक्टर को दिखाना सही विकल्प होता है.
महिला को कई दिनों तक आते रहे पीरियड्स
पॉपी ने भी यही सोचकर डॉक्टर को 3 साल पहले दिखाया था. दरअसल, उस वक्त उन्हें लगातार 2 हफ्तों तक पीरियड्स आ रहे थे. इस वजह से वो डॉक्टर के पास पहुंच गईं. पर कोई सुझाव देने की जगह, डॉक्टर ने उनसे कहा कि वो 1 हफ्ते का और इंतजार करें. 1 हफ्ते बाद भी जब उनके पीरियड्स नहीं रुके तो डॉक्टर ने उन्हें दवा दी, जिससे उनके पीरियड्स बंद हो जाएं. पर हैरानी की बात ये थी कि उस दवा से भी पीरियड्स नहीं रुके. 2 हफ्तों बाद वो दोबारा डॉक्टर के पास पहुंचीं, तो उनकी कंडीशन को देखकर डॉक्टर को बहुत हैरानी हुई. उन्होंने एक दूसरे डॉक्टर के पास पॉपी को भेज दिया. उस डॉक्टर ने कुछ मेडिकल टेस्ट करवाए, साथ ही ट्रांसवैजाइनल अल्ट्रासाउंड करवाया. तब जाकर उन्हें पॉपी के अंडाशय में सिस्ट मिला. डॉक्टरों का मानना था कि लगातार हो रहे पीरियड्स उसी सिस्ट की वजह से हैं.
डॉक्टर भी नहीं समझ पाए पीरियड्स का कारण
उनके आयरन का लेवल कम हो गया था, और उनका पीरियड पेन भी चर्म पर था. उनकी मांसपेशियां दर्द होती थीं, हड्डियों में दर्द होता था, और साथ ही उनका सिर हमेशा भारी-भारी रहता था और उल्टी जैसा उन्हें महसूस होता रहता था. कई हफ्तों बाद डॉक्टरों ने पाया कि उन्हें पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम है. तब डॉक्टरों ने बताया कि उनके अंडाशय पर जिस तरह के सिस्ट हैं, वो उनके ब्लीडिंग का कारण नहीं हैं. उस वक्त तक पीरियड्स आते हुए उन्हें 3 महीने बीत चुके थे. महीनों बीत गए, पर पॉपी की कंडीशन पर कोई खास असर नहीं पड़ा. उनका कहना है कि जितने पैड उन्होंने इस दौरान खरीदे, उनके घर के पास की दुकानों का बिजनेस खूब बढ़ गया होगा.
3 सालों तक होती रही ब्लीडिंग
काफी दिनों बाद डॉक्टरों ने तय किया कि वो उनकी हिस्टेरोस्कोपी करेंगे, जिसमें गर्भाशय के अंदर कैमरा डालकर जांच की जाएगी. हफ्तों बाद डॉक्टरों ने उन्हें खबर सुनाई कि वो नहीं जान पाए कि आखिर ब्लीडिंग का कारण क्या है. इसके बाद डॉक्टर ने उन्हें स्पेशियलिस्ट को रिफर किया. उन्होंने पॉपी के शरीर में आईयूडी डाल दिया. उन्हें कुछ महीने इंतजार करने को कहा जिससे वो अपना काम दिखा सके, मगर उसका भी कोई असर नहीं हुआ. इस वक्त तक उन्हें 1 साल बीत चुके थे और उनकी ब्लीडिंग नहीं रुकी थी. जितनी जांच हो सकती थी, उन्होंने करवाई, पर जब कोई नतीजा नहीं निकला तो वो डिप्रेशन में चली गईं. उनकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ रहा था.
आखिरकार महिला को पता चली अपनी समस्या
जब ब्लीडिंग होते-होते उन्हें 950 दिन हो गए, तब टिकटॉक फॉलोअर्स के जरिए उन्हें एक जवाब मिला, जो उन्हें लगता है कि सही हो सकता है. लोगों ने उन्हें बताया कि ऐसा हो सकता है कि उनका गर्भाशय हार्ट शेप का है. बस यही उनकी इस कंडीशन का कारण हो सकता है. जब उन्होंने ब्लीडिंग शुरू होने के 3-4 महीने में अल्ट्रासाउंड करवाया था, तब इस बात का पता चला था. हार्ट शेप यूटरेस को बायकॉर्नुएट यूटरेस भी कहते हैं. ये एक दुर्लभ कंडीशन होती है, जिसके साथ औरतें पैदा होती हैं. इसमें गर्भाशय दो चेंबरों में विभाजित रहता है. 5 फीसदी से कम औरतों का ऐसा गर्भाशय होता है, इसका पता उन्हें आमतौर पर तब लगता है जब वो प्रेग्नेंट होती हैं या फिर उनके कई मिसकैरेज हो जाते हैं. पॉपी ने अपने हार्मोन स्तर की जांच के लिए एक व्यापक हार्मोनल पैनल कराने और अपने आईयूडी को हटवाने की मन है. इसके साथ ही वो एक डाइलेशन और क्यूरेटेज प्रक्रिया भी करवाने जा रही हैं, जिसमें डॉक्टर उनके गर्भाशय की परत को खुरचकर किसी भी असामान्य टिशू को हटा देंगे. इसके अलावा, वह अपने डॉक्टर के साथ अपनी दिल के आकार के गर्भाशय को ठीक करने के लिए सर्जरी की संभावनाओं का भी पता लगा रही हैं.