10 सालों से वीरान पड़ा है ये शहर, जाने में डरते हैं लोग, अचानक पहुंचा एक यूट्यूबर, लोगों के सामने खोल डाले सारे राज

शहर बसते हैं और उजड़ते हैं. लेकिन यह काम धीरे धीरे होता है. पहले शहर धीरे धीरे रहने लायक नहीं रह जाता है. फिर लोग कम होने लगते हैं. घर पुराने होते होते खंडहर बनने लगते हैं. सुविधाएं खत्म हो जाती है और आबादी इधर उधर बिखर कर खत्म हो जाती है. पर कई शहरों या कस्बों के साथ ऐसा नहीं होता है. वे अजीब तरह से अचानक ही खत्म हो जाते हैं. जर्मनी में एक ऐसा ही शहर जेक्यूएच राइनडालेन है, जो आज पूरी तरह से जंगल की चपेट में आ चुका है. यह कैसे बसा और कैसे वीराने में बदला इसकी रोचक कहानी है. एक यूट्यूबर ने यहां पहुंच कर इसके राज खोले हैं.
ब्रिटिश सैनिकों का शहर?
राइनडालेन शहर कभी 12,000 ब्रिटिश सैनिकों और उनके परिवारों का घर था. इसे शीत युद्ध के दौरान 1952 में बनाया गया था. यह ब्रिटेन में नहीं, बल्कि जर्मनी में मौजूद है. 2013 में यहां सारी गतिविधियाँ बंद हो गईं. अब यहाँ केवल जंगली जानवर जैसे हिरण और लाल गिलहरी दिखते हैं. यूट्यूबर कॉलिन हॉडसन, जिन्हें ‘बियर्डेड एक्सप्लोरर’ के नाम से जाना जाता है, ने इस शहर की पड़ताल की.
भूतों का लगता है शहर
कॉलिन इसे एक भूतिया शहर बताते हैं. उन्होंने कहा, “यह जगह इतनी बड़ी है कि इसे अपना शहर कह सकते हैं.” उन्होंने इसे एक वीडियो में रिकॉर्ड किया. यह शहर 376 हेक्टेयर में फैला है. गर्मियों में पेड़ों की घनी छाया में घर दिखाई नहीं देते. कॉलिन ने सर्दियों में दौरा किया, जब पेड़ों पर पत्तियाँ कम थीं. इससे उन्हें शहर का साफ़ नज़ारा मिला.
पहले सब कुछ था यहां पर
यह शहर पहले बहुत जीवंत था. यहाँ एक NAAFI सुपरस्टोर, BP पेट्रोल स्टेशन, दो डाकघर, एक कपड़ा दुकान और पाच प्राइमरी स्कूल थे. घर बड़े और चार बेडरूम वाले थे. कई घरों में गैरेज भी थे. कुछ गैरेज के सामने पेड़ उग चुके हैं. कॉलिन ने कहा, “कुछ गैरेज बहुत समय से नहीं खुले.” कॉलिन ने बताया कि बाहर गर्मी थी, लेकिन घरों के अंदर ठंडक थी.
ब्रिटिश से जर्मन
शहर में कुछ तोड़फोड़ और ग्रैफिटी के निशान हैं, लेकिन यह काफी हद तक सुरक्षित है. आज के बाजार में इन इमारतों की कीमत लाखों में हो सकती है. लेकिन पूरे शहर की कीमत लगाना मुश्किल है. 2013 में ब्रिटिश सेना ने यह शहर जर्मन सरकार को सौंप दिया. तब से इसके भविष्य को लेकर कई योजनाएँ बनीं.