1.51 करोड़ नकद, 30 तोला सोना, 5 किलो चांदी और दो प्लॉट
राजस्थान का नागौर जिला अक्सर मायरे के कारण चर्चा में रहता है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. इस बार चर्चा का कारण लाखों रुपये का मायरा नहीं है बल्कि करोड़ों रुपए का मायरा है. भाई द्वारा बहन के बेटे या बेटी के शादी के समय मायरा भरा जाता है, यानी मामा का परिवार जब शादी में आते हैं तो शादी में आर्थिक सहायता देते हैं. लेकिन, इस बार तो तीन भाइयों ने मिलकर 3 करोड़ रुपए का मायरा भरा है जो पूरी शादी के खर्च से भी बहुत ज्यादा है.
नागौर शहर के हनुमान बाग निवासी रामबक्स खोजा ने अपने भजीते और भतीजी की शादी में दिल खोलकर मायरा भरा है. रामबक्स खोजा एक किसान है. रामबक्स खोजा के तीन बेटे और एक बेटी है. दो बेटे सरकारी शिक्षक और एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा है. रामबक्स खोजा अपने तीनों बेटों के साथ नागौर के हनुमान बाग में रहते हैं. इनकी एक ही बेटी है, बेटी की शादी जायल विधानसभा के फरडौद निवासी मदनलाल (अध्यापक) के साथ हुई है. रामबक्स खोजा खेती-बाड़ी का काम करते हैं.
1 करोड़ 51 लाख रुपये, 30 तोला सोना और पांच किलो चांदी दी
आपको बता दें कि मायरे की रीति-रिवाज नागौर में जायल के खियाला का रियासत काल से ही प्रसिद्ध था. रामबक्स अपने परिवार, रिश्तेदारों और मिलने वालों के साथ बेटी के घर दो हजार लोगों के साथ पहुंचे. तीनों भाइयों ने मिलकर अपनी बहन बिराजया को चुनरी ओढ़ाई और मायरे की शुरुआत की. मायरे में एक करोड़ 51 लाख रुपये नकद, 30 तोला सोना, पांच किलो चांदी और दो प्लॉट नागौर शहर में बहन के नाम किए हैं.