1 जून से इन स्मार्टफोन्स पर WhatsApp चलना हो जाएगा बंद

WhatsApp 1 जून से कुछ iPhones और Android डिवाइसेज पर काम करना बंद कर देगा। पहले कंपनी ने कहा था कि ये बदलाव मई 2025 में होगा इस देरी से यूजर्स को फोन बदलने के लिए और समय मिला। Meta का ये कदम रेगुलर साइकिल अपडेट का हिस्सा है। लिस्ट में सैमसंग मोटो और LG जैसी कई कंपनियों के फोन्स शामिल हैं।
WhatsApp 1 जून से कुछ iPhones और Android डिवाइसेज पर काम करना बंद कर देगा। पहले कंपनी ने कहा था कि ये बदलाव मई 2025 में लागू होगा। हालांकि, थोड़ी देरी की वजह से यूजर्स को अपने फोन बदलने के लिए और समय मिल गया। ये कदम Meta के रेगुलर साइकिल अपडेट का हिस्सा है। दरअसल, WhatsApp अपने इस्तेमाल के लिए मिनिमम रिक्वायरमेंट्स को बढ़ा रहा है।
कल से, यानी 1 जून से iOS 15 या उससे पुराने वर्जन वाले iPhones पर WhatsApp सपोर्ट नहीं करेगा। ये मैसेजिंग ऐप Android 5.0 या उससे पुराने वर्जन के लिए भी सपोर्ट हटा रहा है। आइए देखते हैं कि कौन से फोन्स पर असर होगा।
WhatsApp सपोर्ट खोने वाले iPhones और Androids की लिस्ट:
iPhone 5s
iPhone 6
iPhone 6 Plus
iPhone 6s
iPhone 6s Plus
iPhone SE (1st gen)
Samsung Galaxy S4
Samsung Galaxy Note 3
Sony Xperia Z1
LG G2
Huawei Ascend P6
Moto G (1st Gen)
Motorola Razr HD
Moto E 2014
लिस्ट में शामिल सभी फोन पुराने हो चुके हैं। लेकिन इस वजह से फो को डिस्कार्ड करने से पहले, चेक करें कि आपका फोन अप-टू-डेट है या नहीं। अगर फोन अभी भी सॉफ्टवेयर अपडेट्स ले रहा है, जो iPhone को iOS 15.1 या बाद के वर्जन पर चलाएगा और Android को Android 5.1 या बाद के वर्जन पर चलाएगा, तो आपके फोन पर WhatsApp भी आसानी से चलेगा।।
अगर आपको लगता है कि आपका फोन प्रभावित हो सकता है, तो अभी घबराने की जरूरत नहीं है। WhatsApp यूजर्स को सलाह देता है कि सपोर्ट हटने से पहले अपनी चैट हिस्ट्री को Google अकाउंट में बैकअप करें। इससे आपकी सारे कन्वर्सेशन नए डिवाइस में आसानी से ट्रांसफर हो जाएंगे। इसके लिए WhatsApp ओपन करें, Settings में जाएं, Chats पर टैप करें, फिर Chat Backup चुनें और ऑन-स्क्रीन प्रॉम्प्ट्स फॉलो करें। यह स्टेप नए हैंडसेट पर स्विच को आसान बनाएगा।
सिक्योरिटी है वजह
वॉट्सऐप के इस फैसले के पीछे सबसे बड़ा कारण सिक्योरिटी है। चूंकि Apple अब इन पुराने iOS वर्जन्स के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट्स नहीं देता, इसलिए डिवाइसों में सिक्योरिटी रिस्क बढ़ता जा रहा है। लगातार सिक्योरिटी पैच के बिना, यूजर्स डेटा ब्रीच का शिकार हो सकते हैं- यही कारण है कि WhatsApp लोगों को नए हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम्स पर जाने के लिए कह रहा है।
पिछले कुछ महीनों में, WhatsApp ने यूजर प्राइवेसी और पर्सनल डेटा की सेफ्टी के लिए कई अपडेट्स पेश किए हैं। एक खास प्राइवेसी फीचर ये है कि अब कोई भी चैट्स और ग्रुप कॉन्वर्सेशन्स से टेक्स्ट, इमेज या वीडियो कॉपी नहीं कर सकता- ये फीचर सेंसिटिव कंटेंट को बिना सहमति शेयर या गलत इस्तेमाल होने से रोकता है। इसके अलावा, WhatsApp ने चैट लॉक जैसे टूल्स को बेहतर किया है, जो यूजर्स को पासवर्ड, फिंगरप्रिंट या Face ID से अलग-अलग चैट्स को सिक्योर करने देता है। डिसअपीयरिंग मैसेजेस फंक्शन में भी सुधार किया गया है, जिससे यूजर्स को यह कंट्रोल मिलता है कि उनके मैसेजेस कितने समय तक दिखें और फिर अपने आप गायब हो जाएं।