1 और 2 जनवरी को होगी बारिश, इन पांच राज्यों में अभी और पड़ेगी भयानक ठंड
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का प्रकोप मंगलवार को भी जारी है। सुबह शहर का न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सोमवार की सुबह से दो डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री नीचे है।
उन्होंने बताया कि आर्द्रता का स्तर 91 प्रतिशत दर्ज किया गया। वायु की गुणवत्ता 401 दर्ज की गई, जो गंभीर श्रेणी में आती है। दिल्ली में सोमवार को अधितम तापामन लुढ़ककर 9.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। सोमवार का दिन 1901 के बाद से दिसंबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी के लिए सोमवार का दिन 1951 के बाद से दिसंबर-फरवरी अवधि का सबसे सर्द दिन भी दर्ज किया गया।
दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठंड का कहर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के पूर्वानुमान के अनुसार राजस्थान के कुछ इलाकों में शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा। जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकांश इलाकों में मंगलवार और बुधवार को दिन के तापमान में गिरावट के कारण ‘कोल्ड डे’ की स्थिति बरकरार रहेगी। जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मंगलवार को तूफानी हवाओं के साथ छिटपुट बारिश की भी संभावना है।
मौसम विभाग की उत्तर क्षेत्रीय पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख डा कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दी की मौजूदा स्थिति में अगले 24 घंटों तक कोई बदलाव नहीं होने की संभावना के बीच अगले 48 घंटों में हवा के रुख में बदलाव को देखते हुये एक जनवरी से उत्तरी इलाकों में सर्दी में मामूली राहत मिलने की उम्मीद है। विभाग ने सर्द हवाओं के रुख को कमजोर करने वाले पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता में कमी को उत्तरी राज्यों में रिकार्ड तोड़ सर्दी की वजह बताया है।
डा. श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले दस दिन से पश्चिमी विक्षोभ की गैरमौजूदगी ने सर्द हवाओं का आक्रामक रुख उत्तरी राज्यों की ओर कर दिया। इसकी वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में दिसंबर की सर्दी ने सौ साल का रिकार्ड तोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि दिसंबर के शुरुआती दो सप्ताह में एक बार और 21 दिसंबर के बाद 30 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके अंतराल में इजाफे के कारण सर्दी का प्रकोप बढ़ा है।