होम लोन सब्सिडी का झांसा देकर 18 लाख की साइबर ठगी

सीहोर: थाना प्रभारी संदीप मीणा ने बताया कि आरोपी साइबर ठगी के कई मामलों में संलिप्त हो सकता है। मोबाइल और लैपटॉप की डिजिटल फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। आरोपी से पूछताछ में और भी खुलासे होने की संभावना है।
होम लोन सब्सिडी दिलाने का झांसा देकर बिलकिसगंज निवासी एक ग्रामीण से करीब 18 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से 17.90 लाख रुपये नकद, कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है। आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर पीड़ित से बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर कराता था।
सरकारी अफसर बनकर मांगे दस्तावेज
पुलिस के अनुसार, फरवरी 2025 में बिलकिसगंज निवासी ओमप्रकाश तिवारी पिता मदनलाल के पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सरकारी अधिकारी बताया और कहा कि उसे 2.67 लाख रुपये की होम लोन सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए एक्सिस बैंक में खाता खुलवाने और कुछ दस्तावेज भेजने को कहा गया। ओमप्रकाश ने आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासबुक की कॉपी व्हाट्सएप पर भेज दी।
ऐसे की गई ठगी
ओमप्रकाश ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 31 मार्च 2025 को एचडीएफसी बैंक की सीहोर शाखा से लोन लिया था, जो उनके एसबीआई खाते में जमा हुआ था। इसके बाद कॉलर ने उनसे कहा कि लोन की राशि एक्सिस बैंक खाते में डालनी होगी। इस पर ओमप्रकाश ने 2 अप्रैल 2025 को अपने एसबीआई बैंक, बिलकिसगंज शाखा से आरटीजीएस के माध्यम से रकम ट्रांसफर कर दी। इस तरह विभिन्न तारीखों में कुल 17 लाख 97 हजार 449 रुपये आरोपी के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने थाना बिलकिसगंज में रिपोर्ट दर्ज कराई।
दिल्ली से दबोचा गया आरोपी
एसपी दीपक शुक्ला ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी संदीप मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी साक्ष्य और कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच की गई, जिससे पता चला कि आरोपी गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) से घटना को अंजाम दे रहा था। इसके बाद एसआई सलीम खान के नेतृत्व में टीम को दिल्ली और गाजियाबाद भेजा गया।
टीम ने यमुना विहार, थाना भजनपुरा (दिल्ली) निवासी अफजल (पिता स्वर्गीय मोहम्मद इलाही, उम्र 32 वर्ष) को गिरफ्तार किया। उसकी तलाशी में 9 मोबाइल, 10 सिम कार्ड, 13 एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप जब्त किया गया। न्यायालय से पुलिस रिमांड मिलने के बाद आरोपी से पूछताछ की गई, जिसमें उसके पास से ठगी की राशि में से 17.90 लाख रुपये और अतिरिक्त 2 एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए।
अन्य मामलों में भी संलिप्त होने की आशंका
थाना प्रभारी संदीप मीणा के अनुसार, आरोपी अन्य साइबर अपराधों में भी संलिप्त हो सकता है। बरामद मोबाइल और लैपटॉप की डिजिटल फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। आरोपी से पूछताछ जारी है और आगे भी कई खुलासे होने की संभावना है।