हिसार, नारनौल और फतेहाबाद में झमाझम बारिश, 47 एमएम पानी बरसा, अनाजमंडी में भीगा धान

हरियाणा में मौसम में बदलाव के बाद सोमवार सुबह 8 बजे से फतेहाबाद क्षेत्र में बारिश जारी है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
हरियाणा में आज कई जिलों में मौसम खराब बना हुआ है। कई जगहों पर तेज तो कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम गति से बारिश हो रही है। हिसार, फतेहाबाद और नारनौल में तेज बरसात हो रही है। हिसार में आज सुबह से रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है। रविवार शाम पांच बजे से आज सुबह 8:00 बजे तक शहर में 47 मिली मीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश से शहर में जगह-जगह जल भराव हो गया है जिससे लोगों को आवागम में परेशानी आ रही है।
इससे पहले रविवार शाम 7:00 बजे बारिश शुरू हुई। देर रात तक रुक रुक कर बारिश होती रही। इस दौरान जिले के हांसी, आदमपुर और नारनौंद में कहीं कहीं ओले भी गिरे। बारिश से रात के तापमान में काफी गिरावट आई और यह सामान्य से 3:30 डिग्री नीचे चला गया।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से आज और कल प्रदेश भर में बारिश की संभावना है। वहीं बुधवार को सिर्फ उत्तरी और पूर्वी जिलों में ही विक्षोभ का असर दिखेगा। 9 अक्टूबर को यह विक्षोभ आगे निकल जाएगा। इसके बाद उत्तरी हवाओं के चलने हल्की ठंड का आगमन होगा।
नारनौल में बदला मौसम, सुबह से हो रही बारिश
नारनौल में सुबह से हल्की बारिश हो रही है जिससे तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, आगामी दिनों में सुबह और शाम की ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। मौसम विभाग ने आठ अक्तूबर तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना जताई है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 6-7 अक्तूबर को रहेगा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव और तापमान में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
फतेहाबाद में सुबह से बारिश, अनाजमंडी में भीगा धान
मौसम में बदलाव के बाद सोमवार सुबह साढ़े 8 बजे से फतेहाबाद क्षेत्र में बारिश जारी है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रुक-रुक हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नई अनाजमंडी में रखी धान की ढेरियां भीग गई है। किसानों नमी के चलते धान की ढेरियों को सूखने के लिए रखा था। ऐसे में अब और इंतजार करना पड़ेगा। वहीं खेतों में तैयार खड़ी धान की फसल पर भी असर पड़ा है। तेज हवाएं चलने के कारण कई क्षेत्रों में फसल बिछ गई है। किसानों का कहना है कि धान की फसल खेतों में तैयार थी और कटाई की जानी थी लेकिन बारिश से असर पड़ा है।