हाईकोर्ट में वकीलों की हड़ताल: बार पदाधिकारियों पर हमले से नाराजगी

पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के परिसर में बुधवार को बार के पदाधिकारियों पर हमले के आरोपों के बाद वकीलों ने आज हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
बार एसोसिएशन ने कहा कि इस मामले में पुलिस सही प्रकार से काम नहीं कर रही है। मामला इतना गंभीर होने के बावजूद टालने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस से बार-बार मांग की गई कि रवनीत कौर व सिमरन सिंह बस्सी के खिलाफ सही धाराओं में एफआईआर दर्ज हो लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बार-बार अनुरोध के बावजूद बार एसोसिएशन के प्रधान व सचिव के खिलाफ सोशल मीडिया पर मौजूद आपत्तिजनक पोस्ट हटाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। इन सबके बाद अब वकीलों के पास इंसाफ के लिए हड़ताल के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बार ने सूचना जारी कर कहा कि वीरवार को वकील काम पर नहीं आएंगे।
बुधवार को मुख्य न्यायाधीश की अदालत में एडवोकेट रवनीत कौर ने कहा था कि बार एसोसिएशन के अधिकारी लगातार उन्हें परेशान कर रहें है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपना काम करने लिए बैठने तक की जगह नहीं दी जा रही है। चपरासियों को साफ तौर पर मना किया गया है कि उसे चाय या पानी नहीं दिया जाए। उन्होंने उसका मोबाइल तक छीन लिया। कोर्ट से इस मामले में दखल देने की अपील की गई। इस दौरान अदालत में मौजूद कई वकीलों ने इसका विरोध किया। काफी समय तक रवनीत कौर की बातें सुनने के बाद अदालत ने निर्धारित किया कि उनकी याचिका पर वीरवार को सुनवाई की जाएगी।
बुधवार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट परिसर में जमकर लात घूसे चले। आरोप है कि हाई कोर्ट परिसर में तलवारें भी लहराई गईं और वकीलों पर भी हमला किया गया। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने दो वकीलों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इनमें एक महिला वकील भी शामिल है।
बार एसोसिएशन का आरोप है कि कोर्ट प्रांगण में इन दोनों ने बार सदस्यों के साथ मारपीट की और दहशत का माहौल बनाया। बार कार्यकारिणी के अनुसार महिला एडवोकेट रवनीत कौर ने मुख्य न्यायाधीश की अदालत में बार के मौजूदा सचिव पर उनका बैग और लैपटॉप कब्जे में लेने का झूठा आरोप लगाया और अपने मामले को अगले दिन लगाने की मांग की। लगभग 100 वकीलों की आपत्ति के बावजूद उनकी मांग स्वीकार कर ली गई। अदालत से बाहर आने के बाद रवनीत कौर ने हंगामा किया और एडवोकेट सिमरनजीत सिंह ब्लासी के साथ बार कार्यालय में घुसकर सचिव से बदसलूकी की और अन्य सदस्यों से मारपीट की।