हरियाणा: 26 से 28 जुलाई तक प्रदेश में मानसून फिर से पकड़ेगा रफ्तार

हरियाणा में 26 जुलाई की रात एक विक्षोभ और सक्रिय होगा। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी पर पहुंचने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात विफा के अवशेष के भी कम दबाव का क्षेत्र में बदलने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र ने प्रदेश में मानसून टर्फ के असर को भी खत्म कर दिया है। कम दबाव का क्षेत्र नमी खींच रहा है। मौसम विशेषज्ञ की मानें तो अब नया विक्षोभ सक्रिय होने के बाद प्रदेश में 26 से 28 जुलाई तक मानसून फिर से रफ्तार पकड़ेगा।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पिछले दिनों सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल चुका है। हालांकि वीरवार को भी मानसून टर्फ प्रदेश पर बनी रही। इस दौरान यह श्री गंगानगर, सिरसा, मेरठ, हरदोई, पटना, जमशेदपुर, दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तरी बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र तक फैली रही। बावजूद इसके प्रदेश में वीरवार को कुछ जिलों में बिखराव वाली बारिश की गतिविधियां हुईं।
इस कारण उत्तर प्रदेश पर बना एक कम दबाव का क्षेत्र है। यह नमी वाली हवाएं अपनी तरफ खींच रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है, जबकि हरियाणा में कम बारिश हो रही है। वीरवार को सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, पानीपत, जींद, कैथल, झज्जर, फरीदाबाद आदि जिलों में बिखराव वाली बारिश दर्ज की गई।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
26 जुलाई की रात एक विक्षोभ और सक्रिय होगा। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी पर पहुंचने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात विफा के अवशेष के भी कम दबाव का क्षेत्र में बदलने की संभावना है, जो 26 या 27 जुलाई को प्रदेश के पास पहुंचेगा। इस दोनों के असर से प्रदेश में 26 से 28 जुलाई के बीच अच्छी बारिश की गतिविधियां होंगी।