सुवेंदु अधिकारी पर बड़ा दांव लगाने जा रही भाजपा

राजनीति में कई नेता इशारों ही इशारों में बड़ी बातें कह जाते हैं, जिसका मतलब कई बार बहुत बाद में समझ में आता है। अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बंगाल दौरे के दो दिन बाद ही कोलकाता पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह रविवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन से इशारों में एक बड़ा संकेत दे गए।

इस सम्मेलन का नाम ‘विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन रखा गया था, जिसमें प्रदेश भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं से लेकर राज्य में पार्टी के सभी सांसद, विधायकों, जिलाध्यक्षों सहित 1,300 से अधिक मंडल अध्यक्ष मौजूद थे।

सुवेंदु अधिकारी को बताया प्रिय मित्र
अपने संबोधन की शुरुआत में ही जिस तरह से शाह ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को अपना प्रिय मित्र बताते हुए उनके विधानसभा में खड़े होते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भागने की बात कही यह एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।

इसके बाद अब प्रश्न उठने लगे हैं कि क्या आगामी वर्ष की शुरुआत में राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सुवेंदु को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर भाजपा मैदान में उतरने जा रही है? या फिर क्या सुवेंदु बंगाल भाजपा के अगले प्रदेश अध्यक्ष बनने जा रहे हैं?

2021 चुनाव से पहले हुए थे शामिल
मालूम हो कि 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले शाह ने ही सुवेंदु को भाजपा में शामिल कराया था। एक समय ममता के बेहद करीबी और बहुचर्चित नंदीग्राम व सिंगुर आंदोलन में उनके साथ रहने वाले सुवेंदु ने मंत्री व विधायक पद से इस्तीफा देकर दिसंबर, 2020 में शाह की मौजूदगी में अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर में आयोजित सभा में भाजपा का दामन थाम लिया था। दोनों के बीच संबंध भी काफी अच्छे हैं।

भाजपा में शामिल होने के बाद 2021 के विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत नंदीग्राम सीट से सुवेंदु ने तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जैसी कद्दावर नेता को हराकर रातों-रातों और सुर्खियों में आ गए थे। इस जीत के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा उनके प्रति और बढ़ गया।

बंगाल में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी शेष
कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर वैसे तो कई प्रमुख नेता, सांसद व विधायक मौजूद थे लेकिन शाह ने जिस तरह से सुवेंदु को अपना प्रिय मित्र कहते हुए संबोधित किया यह बहुत कुछ बता रहा है। आगामी कुछ दिनों में बंगाल में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। सुवेंदु लगातार सक्रिय है और इस समय बंगाल भाजपा के प्रमुख चेहरा हैं। हालांकि, सांगठनिक स्तर पर पुराने भाजपाई और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी व सदस्य सुवेंदु को स्वीकार करते हैं या नहीं यह भी एक प्रश्न है।

बताते चलें कि अधिकारी परिवार का पूर्व मेदिनीपुर सहित आसपास के कई जिलों में खासा प्रभाव है। पिछले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी और 2019 चुनाव के मुकाबले उसकी सीटों की संख्या भी 18 से घटकर 12 हो गई। हालांकि तृणमूल के पूरा जोर लगाने के बावजूद सुवेंदु के गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर की दोनों लोकसभा सीटों कांथी व तमलुक में भाजपा जीतने में कामयाब रही।

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