जी हां, मध्यप्रदेश का रायसेन जिला में रमजान के दौरान आज भी यह अनूठी परंपरा निभाई जाती है। यहां आज भी रमजान में इफ्तार और सेहरी तोप के गोले की गूंज से शुरू और खत्म होती हैं। रायसेन से 45 किलोमीटर दूर भोपाल और सीहोर में भी पहले रमजान में तोप चलाई जाती थी, लेकिन बाकी दोनों शहरों में वक्त के साथ यह परंपरा खत्म हो गई।