सीवान में कृषि यंत्रीकरण मेले का आयोजन, 91 आधुनिक कृषि यंत्रों का किया गया प्रदर्शन

सीवान में दो दिवसीय कृषि यंत्रीकरण मेला आयोजित, 91 आधुनिक कृषि यंत्र प्रदर्शित। किसानों को आधुनिक यंत्रों से आय बढ़ाने और लागत कम करने के लिए प्रेरित किया गया। उपकरणों पर 50% तक अनुदान, दो हजार किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया।
किसानों को आधुनिक खेती की ओर प्रोत्साहित करने और कृषि कार्यों में यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा बुधवार को जिला कृषि कार्यालय परिसर में दो दिवसीय कृषि यंत्रीकरण मेला का आयोजन किया गया। मेले में 22 स्टॉलों के माध्यम से 91 प्रकार के आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन किया गया, जिससे किसान नई तकनीकों से रूबरू हो सकें और खेती को कम लागत में अधिक लाभकारी बना सकें।
मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष संगीता देवी एवं विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार सहित भाजपा जिलाध्यक्ष राहुल तिवारी, उप निदेशक कृषि यांत्रीकरण आलोक कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार, उप परियोजना निदेशक आत्मा केके चौधरी, अनुसूचित मोर्चा जिलाध्यक्ष अजय पासवान, जदयू की पूर्व महिला अध्यक्ष सुशीला देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि यदि किसानों को अपनी आय दोगुनी करनी है, तो उन्हें पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर आधुनिक कृषि यंत्रों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक यंत्रों से श्रम की बचत होती है, समय पर कृषि कार्य पूरे होते हैं और इससे उत्पादन में वृद्धि के साथ लागत में कमी आती है।
उप निदेशक कृषि यांत्रीकरण आलोक कुमार ने किसानों से सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि अधिकांश किसान खेती की कुल लागत का सही डाटाबेस नहीं रखते, जिससे उन्हें लाभ या हानि का स्पष्ट आकलन नहीं हो पाता। यदि किसान परंपरागत खेती और आधुनिक यंत्रों से की गई खेती का तुलनात्मक आंकड़ा तैयार करें, तो उन्हें वास्तविक लाभ की जानकारी मिलेगी और भविष्य की योजना बनाने में मदद होगी।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर के वैज्ञानिक कृष्णा छेत्री ने फसल पोषण एवं फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खेतों में फसल अवशेष जलाने से मिट्टी की उर्वरता नष्ट होती है और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है।
इधर, अनुदानित दर पर कृषि यंत्रों की खरीद के लिए अब तक लगभग दो हजार किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी आनंद चौधरी, विभागीय कर्मी मनीष कुमार, कृषि समन्वयक मनोरंजन कुमार, राम मनोहर सहित सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक और सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।





