सीएम नीतीश ने जहानाबाद के बाराबर क्षेत्र में विकास कार्यों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री ने वर्ष 2025 में अपनी ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान बाराबर गुफाओं और आसपास के क्षेत्र के समग्र विकास की घोषणा की थी। इसके अंतर्गत 50 करोड़ रुपये की विकास योजना को स्वीकृति दी गई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड अंतर्गत ऐतिहासिक बाराबर (वाणावर) क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने वाणावर पर्वत स्थित बाबा सिद्धेश्वरनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर श्रावणी मेले में आए श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। उन्होंने मेले की व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि होनी चाहिए।

इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाराबर (वाणावर) गुफाएं भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा हैं। इनका संरक्षण और विकास अत्यंत आवश्यक है, ताकि यह स्थल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से संरक्षित रह सके और पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।

बाराबर गुफाओं का ऐतिहासिक महत्व
ज्ञातव्य है कि बाराबर गुफाएं भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे प्राचीन चट्टानों को काटकर बनाई गई गुफाओं में शामिल हैं। इनका निर्माण मौर्य सम्राट अशोक (273–232 ई.पू.) और उनके उत्तराधिकारी दशरथ के काल में तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। ये गुफाएं मुख्यतः आजीवक संप्रदाय के साधुओं के लिए निर्मित की गई थीं। बाराबर पर्वत में चार प्रमुख गुफाएं हैं। इनमें पहली सुदामा गुफा, दूसरी लोमस ऋषि गुफा, तीसरी कार्णचौपर गुफा और विश्वज्योति गुफा है।

इनमें से सुदामा और लोमस ऋषि गुफाएं अपनी स्थापत्य कला और उत्कृष्ट पॉलिशिंग तकनीक के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। लोमस ऋषि गुफा का प्रवेशद्वार स्तूप और चैत्य शैली में निर्मित है, जिसे बाद में बौद्ध वास्तुकला की प्रेरणा माना गया। इन गुफाओं का आंतरिक भाग अत्यंत चिकना और परिष्कृत है, जो मौर्यकालीन पत्थर पर पॉलिश करने की उच्च तकनीक को दर्शाता है। इन गुफाओं में ध्वनि गूंजने की विशेष व्यवस्था थी,जिससे यह साधना के लिए उपयुक्त स्थान बन जाती थीं।

50 करोड़ की विकास योजना
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2025 में अपनी ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान बाराबर गुफाओं और आसपास के क्षेत्र के समग्र विकास की घोषणा की थी। इसके अंतर्गत 50 करोड़ रुपये की विकास योजना को स्वीकृति दी गई है। इस योजना में गुफाओं तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का निर्माण, पर्यटक सुविधाओं का विकास, और लघु संग्रहालय का नवीनीकरण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाराबर गुफाएं मौर्यकालीन स्थापत्य कौशल का उत्कृष्ट उदाहरण हैं और यह स्थल इतिहास, धर्म, कला और वास्तुकला में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मगध प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक क्षत्रनील सिंह, जहानाबाद की जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय, पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड अंतर्गत ऐतिहासिक बाराबर (वाणावर) क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

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