सिर्फ हार्मोन्स नहीं, ये 5 चीजें भी हैं टीनएज एक्ने की वजह; डॉक्टर ने बताए बचाव के तरीके

उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। हार्मोनल बदलाव इन्हीं में से एक है, जिससे कई टीनएजर्स परेशान रहते हैं। आमतौर पर इसे शरीर में होने वाले बदलाव मानकर अनदेखा कर दिया जाता है। हालांकि, यह सिर्फ हार्मोनल बदलाव से काफी अलग है। टीनएज में होने वाले एक्ने इन्हीं में से एक है, जिससे अक्सर बढ़ती उम्र के बच्चे परेशान रहते हैं।

ऐसे में इसके कारण और इससे बचने के उपायों के बारे में विस्तार में जानने के लिए मैक्स मल्टी स्पेशियलिटी सेंटर, पंचशील पार्क में डर्मेटोलॉजी की प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ. निधि रोहतगी से बातचीत में जाना कि टीनएज में एक्ने के प्रमुख कारण क्या है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार में-

क्यों बढ़ रही एक्ने की समस्या?
डॉक्टर ने बताया कि टीनएजर्स और युवाओं में मुंहासों की समस्या पिछले कुछ समय से तेजी से बढ़ रही है। लाइफस्टाइल से जुड़े फैक्टर इसकी बढ़ोतरी में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। स्ट्रेस, खानपान (ज्यादातर फास्ट और जंक फूड) और यहां तक कि जिम की आदतें, जैसे कि बहुत ज्यादा व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल भी इसे बढ़ाने वाले सामान्य कारकों में शामिल हैं।

कैसे एक्ने का कारण बन रही लाइफस्टाइल?
हालांकि, ये कारक सीधे तौर पर मुंहासों का कारण नहीं बनते, लेकिन ये इस कंडीशन को और बिगाड़ने के लिए जाने जाते हैं। उदाहरण के लिए, हाई स्ट्रेस लेवल कोर्टिसोल के रिलीज को बढ़ावा देता है। यह एक ऐसा हार्मोन है, जो स्किन में तेल के प्रोडक्शन को भी बढ़ाता है।

यह एक्स्ट्रा ऑयल पोर्स को बंद कर देता है, जिससे ऐसा वातावरण बनता है, जिसमें मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसके अलावा स्ट्रेस शरीर में सूजन को भी बढ़ावा देता है और उसकी इम्युनिटी को कमजोर करता है, जिससे मुंहासे और बढ़ जाते हैं।

खानपान की आदतें भी है जिम्मेदार
खान-पान की आदतें इस समस्या को और बढ़ा देती हैं। जंक या फास्ट फूड, बहुत ज्यादा व्हे प्रोटीन और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का ज्यादा इनटेक ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है। इससे इंसुलिन रिलीज बढ़ जाता है, जो स्किन में ऑयल प्रोडक्शन को बढ़ाता है, पोर्स को बंद कर देता है और बैक्टीरिया के प्रजनन के लिए जगह तैयार करता है, जिसके परिणामस्वरूप बार-बार मुंहासे निकलते हैं।

कैसे करें बचाव
डॉक्टर बताती हैं कि मुंहासों को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ हेल्दी आदतें अपनाकर इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है:-

स्ट्रेस मैनेजमेंट: योग, मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग जैसे एक्सरसाइसज स्ट्रेस मैनेज करने में मदद करेंगी।
समझदारी से खाएं: जंक फूड, शुगरी ड्रिंक और प्रोसेस्ड स्नैक्स को सीमित खाएं। अनहेल्दी फूड्स की जगह साबुत अनाज, फल, सब्जियों और लीन प्रोटीन से भरपूर बैलेंस्ड डाइट चुनें।
सप्लीमेंट्स का ध्यान रखें: बहुत ज्यादा व्हे प्रोटीन से बचें और अपनी रूटीन में कोई भी सप्लीमेंट्स शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
स्किन की सही देखभाल करें: स्किन को हेल्दी रखने के लिए अपनी रूटीन फिक्स करें और स्किन को जोर-जोर से साफ करने और रगड़ने से बचें। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे मुंहासों की कंडीशन और भी ज्यादा बिगड़ सकती है।
समय पर मदद लें: अगर लंबे समय मुंहासें बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो जल्द से जल्द इलाज के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट की मदद लें।

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