राजधानी में चुनावी माहौल दिनों दिन गर्म होता जा रहा है। राजनीतिक पार्टियों प्रचार करने के तरीके भी बदल रहे हैं। दिल्ली मेट्रो के कमर्शियल स्पेस पर आम आदमी पार्टी का राजनीतिक प्रचार जोर पकड़ रहा है। दिल्ली मेट्रो के ज्यादा से ज्यादा मुसाफिरों तक दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का संदेश पहुंचाने की कोशिशें की जा रही हैं।
खास बात यह है कि दिल्ली मेट्रो के स्टेशनों के कमर्शियल स्पेस पर लगे इन पोस्टरों में पार्टी के नाम का इस्तेमाल कहीं नहीं किया गया है, लेकिन पोस्टर में दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के आम आदमी पार्टी प्रत्याशी दिलीप पाण्डेय का फोटो लगा है।
होर्डिंग आकार के पोस्टर में लिखा गया है कि, लेकर रहेंगे पूर्ण राज्य। दिल्ली पूर्ण राज्य होगा तो सुनिश्चित होगी महिला सुरक्षा। इस पोस्टर में पार्टी के नाम तो नहीं है, लेकिन लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी दिलीप पाण्डेय की टोपी पर लिखा पार्टी का नाम इस राजनीतिक दल की पहचान करवा रहा है।
गौर करने वाली बात यह है कि इन पोस्टरों को पिंक लाइन के त्रिलोकपुरी-शिव विहार सेक्शन के बीच स्टेशन प्लेटफार्म पर लगे होर्डिंग बोर्ड पर लगाया गया है।
इनमें पार्टी का चुनाव चिन्ह दो लाइन के स्लोगन के बीच में बनाया गया, ताकि देखने वालों को यह पूरी तरह से नजर आए कि लोक सभा चुनाव में इस इलाके से कौन खड़ा हुआ है।
जौहरीपुर मेट्रो स्टेशन पर लगे पोस्टर को पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होने के बाद लगाया गया है। जाहिर है कि पार्टी अपने चुनाव प्रचार के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
डीएमआरी से शिकायत कर रहे यात्री
मेट्रो स्टेशनों पर लगे राजनीतिक पोस्टरों को लेकर मेट्रो यात्री डीएमआरसी से सवाल पूछ रहे हैं कि क्या मेट्रो में राजनीतिक पार्टियों का विज्ञापन लगाने की अनुमति है? वहीं मेट्रो यात्री सोशल मीडिया पर भी इसका विरोध कर रहे हैं।
मेट्रो यात्रियों में जागरूकता है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक पार्टियों का सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार प्रतिबंधित होता है, इसलिए वे ट्वीट करके भी डीएमआरसी से इसकी शिकायतें कर रहे हैं।
डीएमआरसी ने निजी विज्ञापन एजेंसी को दिया स्पेस
मेट्रो स्टेशनों पर राजनीतिक पार्टियों के प्रचार के बारे में डीएमआरसी का कहना है कि उन्होंने विज्ञापन का स्पेस निजी विज्ञापन एजेंसी को दिया हुआ है और विज्ञापन एजेंसी अगर मेट्रो स्टेशनों पर किसी पार्टी का प्रचार कर रही है तो उससे डीएमआरसी का कोई लेना-देना नहीं है।
चुनाव आयोग की दलील
मेट्रो स्टेशनों पर राजनीतिक पार्टियों के प्रचार के विज्ञापनों के संबंध में दिल्ली विशेष चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि किसी कमर्शियल स्पेस पर कोई पार्टी अपना विज्ञापन देती है तो उसमें आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। स्पेस सार्वजनिक है तो आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा।