सिद्धिविनायक से लेकर दगडूशेठ तक, गणेशोत्सव में गूंजेगा बप्पा का जयकारा

चाहे आप सिद्धिविनायक के दर्शन करें या अष्टविनायक की परिक्रमा, हर जगह बप्पा का आशीर्वाद अलग ही अनुभव कराता है। आइए जानते हैं भारत के उन प्रमुख गणपति मंदिरों के बारे में, जहाँ गणेश चतुर्थी के समय भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है।

भारत में गणेश चतुर्थी का पर्व अद्भुत भक्ति और उत्साह से मनाया जाता है। इस अवसर पर भक्त गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना करने के लिए देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों में पहुंचते हैं। ये मंदिर न केवल आस्था के केंद्र हैं, बल्कि अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और स्थापत्य कला के लिए भी प्रसिद्ध हैं। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त 2025 को मनाई जा रही है। वहीं गणेश उत्सव 10 दिन का पर्व है, जिसका समापन अनंत चतुर्दशी को गणपति विसर्जन के साथ होता है।

इस दौरान आप देश के सबसे प्रसिद्ध गणपति मंदिरों में दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां के कुछ मंदिर न केवल आपको धार्मिक अनुभव देते हैं बल्कि भारत की विविध संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिल सकती है। चाहे आप सिद्धिविनायक के दर्शन करें या अष्टविनायक की परिक्रमा, हर जगह बप्पा का आशीर्वाद अलग ही अनुभव कराता है। आइए जानते हैं भारत के उन प्रमुख गणपति मंदिरों के बारे में, जहाँ गणेश चतुर्थी के समय भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है।

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई में प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर है जो कि देश का बसे लोकप्रिय गणेश मंदिर है। यहां पर बप्पा की दो हाथों वाली मूर्ति स्थापित है, जो बेहद चमत्कारिक मानी जाती है। गणेश चतुर्थी के समय यहां VIP से लेकर आम भक्त तक लाखों लोग दर्शन करने आते हैं।

दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर, पुणे

महाराष्ट्र के पुणे में शहर के बीचों बीच एक भव्य गणपति मंदिर है, जहां गणेश उत्सव की धूम का आनंद उठाने के लिए लोग पहुंचते है। गणेश चतुर्थी के समय मंदिर को सोने-चांदी से सजाया जाता है और विशेष महाआरती का आयोजन होता है। कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना प्रसिद्ध हलवाई दगडूशेठ ने अपने पुत्र की मृत्यु के बाद की थी।

अष्टविनायक मंदिर

महाराष्ट्र में आठ प्रमुख गणपति मंदिर हैं, जिसे अष्टविनायक कहा जाता है। इन अष्टविनायक मंदिरों में मूषक विनायक, महागणपति, बल्लाळेश्वर, चिंतामणि, गिरिजात्मज, सिद्धिविनायक, वारद विनायक और मोरेश्वर शामिल हैं। भक्त मानते हैं कि इन आठ मंदिरों की यात्रा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

खजुराहो गणेश मंदिर, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के खजुराहो में भी गणेश मंदिर है। खजुराहो के पश्चिमी समूह के मंदिरों में स्थित यह गणेश मंदिर अपनी अनोखी मूर्ति और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। गणेश चतुर्थी पर यहाँ पर्यटक और श्रद्धालु दोनों ही बड़ी संख्या में आते हैं।

रणथंभोर त्रिनेत्र गणेश मंदिर, राजस्थान

त्रिनेत्र गणेश मंदिर राजस्थान के रणथंभोर किले में स्थित है। खास बात यह है कि यहाँ गणेश जी की मूर्ति में तीन नेत्र दिखाई देते हैं। माना जाता है कि इस मंदिर से ही भारत में गणेश जी को शादी का पहला निमंत्रण भेजा जाता है।

बोहड़ा गणेश मंदिर, उदयपुर

राजस्थान के उदयपुर में बोहड़ा गणेश मंदिर स्थित है। यह मंदिर स्थानीय लोगों के लिए श्रद्धा का बड़ा केंद्र है। गणेश चतुर्थी के मौके पर यहाँ भव्य मेले और शोभायात्राएँ आयोजित होती हैं।

विनायक मंदिर, आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर 11वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था। यहाँ की गणेश मूर्ति स्वयंभू मानी जाती है और कहा जाता है कि समय के साथ इसकी ऊँचाई बढ़ रही है। गणेश चतुर्थी पर यहां राज्यभर से भक्त बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।

मन्नारशाला गणपति मंदिर, केरल

केरल का यह मंदिर दक्षिण भारत में गणपति आराधना का प्रमुख केंद्र है। यहाँ गणेश चतुर्थी पर विशेष पूजा-पाठ, नृत्य और भक्ति संगीत का आयोजन होता है।

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