सिंध नदी किनारे मिला निजी बैंक मैनेजर का शव, चार दिन से थे लापता; मौत से परिजनों में मचा कोहराम

मध्य प्रदेश के गुना जिले के न्यू सिटी कॉलोनी निवासी और एक निजी बैंक में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत सत्यदेव मिश्रा का शव रविवार को शिवपुरी जिले के कोलारस क्षेत्र में सिंध नदी के किनारे मिला। वह पिछले चार दिनों से लापता थे और परिजनों द्वारा उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 24 जुलाई को केंट थाना, गुना में दर्ज कराई गई थी। शव मिलने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई और परिजनों में कोहराम मच गया।
दोपहर बाद घर से निकले थे, फिर नहीं लौटे
परिजनों के अनुसार, सत्यदेव मिश्रा 22 जुलाई की सुबह रोज की तरह अपने कार्यस्थल बैंक गए थे। दोपहर में वह घर आकर खाना खा कर वापस बैंक लौटे, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने अपना मोबाइल फोन और बैग वहीं छोड़ दिया और स्टाफ से 30 रुपये लेकर अशोकनगर जाने की बात कहते हुए निकल गए। इसके बाद वे कभी घर नहीं लौटे।
स्थानीय बच्चों की सूचना से शुरू हुआ तलाशी अभियान
जांच के दौरान यह सामने आया कि सत्यदेव मिश्रा बस से यात्रा कर रहे थे और सिंध नदी के पास पहले ही उतर गए थे। जब पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा तो स्थानीय बच्चों ने बताया कि उन्होंने एक व्यक्ति को नदी में बहते हुए देखा था। इसके बाद एसडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाया गया और पीली घाटा से बांसखेड़ी तक सिंध नदी में सघन तलाशी अभियान चलाया गया, जो कई दिनों तक जारी रहा।
शव फूल जाने से नहीं हो सकी पहचान, फोटो से हुई पुष्टि
रविवार को शिवपुरी जिले के कोलारस क्षेत्र में पुलिस को एक अज्ञात शव मिला। शव को पानी से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, लेकिन शव फूल जाने के कारण तत्काल पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने शव की तस्वीरें गुना सहित आसपास के थानों को भेजीं, जिसके बाद गुना के केंट थाना पुलिस ने मृतक की पहचान सत्यदेव मिश्रा के रूप में की। शव की कपड़ों और हुलिए के आधार पर पहचान की गई और परिजनों को सूचित कर दिया गया।
पहचान होने पर फिर से शुरू हुई जांच
पहचान न हो पाने के कारण शव को स्थानीय स्तर पर दफना दिया गया था, लेकिन अब सत्यदेव मिश्रा के रूप में पहचान होने के बाद पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह दुर्घटना थी, आत्महत्या थी या इसमें कोई साजिश शामिल है।