सालाना 4 लाख डॉलर सेलरी वाले ट्रंप ने एक साल में कमाए 51,75,19,50,000 रुपए

क्या आपने कभी सोचा था कि क्रिप्टोकरेंसी और गोल्फ क्लब्स किसी राष्ट्रपति की कमाई का बड़ा जरिया बन सकते हैं? नहीं ना, लेकिन ये सच है कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति ने क्रिप्टे और गोल्फ क्लब को अपनी कमाई का जरिया बना लिया है। उन्होंने जो एक साल में कमाई की, उससे भारत में भोपाल एम्स जैसे दो हॉस्पिटल बन सकते हैं।
हम बात कर रहे हैं- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की। ट्रंप ने हाल ही में एक फाइनेंशियल रिपोर्ट में खुलासा किया है कि उन्होंने साल 2024 में क्रिप्टो, गोल्फ क्लब्स, लाइसेंसिंग और अन्य कारोबारों से 600 मिलियन डॉलर (5175 करोड़ रुपए) से ज्यादा की कमाई की है। शुक्रवार यानी 13 जून को जारी की गई एनुअल फाइनेंशियल रिपोर्ट में न केवल ट्रंप के बड़े बिजनेस एंपायर की एक झलक पेश की, बल्कि उनकी कमाई के सोर्स पर भी सवाल खड़े कर दिए।
क्रिप्टो ने कैसे बढ़ाई ट्रंप की संपत्ति?
ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी में भारी निवेश किया है, जिसने उनकी संपत्ति को तेजी से बढ़ाया। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने डिजिटल करेंसी में रुचि दिखाई हो, लेकिन इस बार आंकड़े चौंकाने वाले हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टो बाजार में उनके सट्टेबाजी ने उन्हें मुनाफे का बड़ा हिस्सा दिलाया।
इस बीच यह भी सामने आया है कि ट्रंप ने अपने कारोबार को अपने बच्चों द्वारा संचालित एक ट्रस्ट में सौंप दिया है, ताकि उनकी आय का सीधा संबंध उनके राष्ट्रपति पद से न जोड़ा जा सके। फिर भी, यह कदम विवादों को जन्म दे रहा है, क्योंकि विशेषज्ञ इसे हितों के टकराव की संभावना मान रहे हैं।
गोल्फ क्लब्स और लाइसेंसिंग से भी मोटी कमाई
ट्रंप के गोल्फ रिसॉर्ट्स और लाइसेंसिंग डील्स ने भी उनकी आय में बड़ा योगदान दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उनके गोल्फ कोर्स, खासकर स्कॉटलैंड और फ्लोरिडा में स्थित, डेवलपमेंट फीस और रेवेन्यू से लाखों डॉलर की कमाई कर रहे हैं।
इसके अलावा, उनके ब्रांड का इस्तेमाल कई प्रोडट्क्स, बाइबिल और कई सेवाओं के लिए लाइसेंसिंग के जरिए भी मुनाफा कमा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सब मिलाकर ट्रंप की कुल संपत्ति का 16 अरब डॉलर से ज्यादा है।
अब आगे क्या: विवादों में फंसेंगे ट्रंप?
हालांकि ट्रंप का दावा है कि उनके परिवार का ट्रस्ट व्यवस्था हितों के टकराव से बचाएगी। आलोचकों का कहना है कि उनकी आय के सोर्स अभी भी उनके राजनीतिक प्रभाव से जुड़े हैं। वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह खुलासा न केवल ट्रंप के फाइनेंशियल एंपायर की ताकत दिखाता है, बल्कि उनके भविष्य के राजनीतिक कदमों पर भी असर डाल सकता है। क्या यह उनकी छवि को नया आयाम देगा या विवादों का नया दौर शुरू करेगा, फिलहाल यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।