सलून में हेयर वॉश करवाना भी बन सकता है स्ट्रोक की वजह

हेयर स्पा या सलून में हेयर वॉश करवाना काफी रिलैक्सिंग लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसके कारण आपको स्ट्रोक भी आ सकता है। जी हां, सलून में हेयर वॉश की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का रिस्क रहता है। इसे ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम (Beauty Parlour Stroke Syndrome) कहा जाता है। आइए जानें इसके लक्षण कैसे होते हैं।
अक्सर हम आराम और खुद को संवारने के लिए ब्यूटी पार्लर या सलून जाते हैं। हेयर वॉश जैसी सामान्य सर्विस हमें तरोताजा महसूस कराती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सलून में हेयर वॉश करवाने की यह कॉमन हेयर केयर स्टेप एक गंभीर और कभी-कभी जानलेवा स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकती है?
इसी को “ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम” (Beauty Parlour Stroke Syndrome) कहा जाता है। इसलिए सलून में हेयर वॉश करवाते आपको थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। आइए जानें कि ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम होता क्या है और कैसे सलून में हेयर वॉश भी इसका कारण बन सकता है।
ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम क्या है?
ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जिसमें गर्दन को ज्यादा पीछे की ओर झुकाए रखने, जैसे- हेयर वॉश बेसिन पर, के कारण गर्दन की वर्टिब्रल आर्टरी में चोट लगती है या वे सिकुड़ जाती हैं। इससे दिमाग में ब्लड फ्लो में रुकावट आने लगती है और स्ट्रोक जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
सीधे शब्दों में कहें तो, हेयर वॉश बेसिन पर गर्दन को लंबे समय तक एक अनेचुरल और स्ट्रेसफुल कंडीशन में रखने से दिमाग तक जाने वाली नसों पर दबाव पड़ता है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
कैसे एक साधारण हेयर वॉश बन सकता है खतरे की वजह?
गर्दन को ज्यादा झुकाना- जब आप हेयर वॉश बेसिन पर सिर रखते हैं, तो गर्दन पूरी तरह से पीछे की ओर झुक जाती है। यह स्थिति वर्टिब्रल आर्टरीज पर दबाव डाल सकती है। ये आर्टरीज गर्दन की हड्डियों में से होकर गुजरती हैं और दिमाग के पिछले हिस्से में ब्लड पहुंचाती हैं।
लंबे समय तक एक ही पोजीशन में रहना- एक लंबे समय तक चलने वाले हेयर ट्रीटमेंट, जैसे- हेयर कलर, स्ट्रेटनिंग, या स्पा के दौरान गर्दन लगातार इसी अनकम्फर्टेबल पोजीशन में रहती है। समय बीतने के साथ दबाव बढ़ता जाता है।
आर्टरी डैमेज- गर्दन के इस ज्यादा झुकाए रहने से वर्टिब्रल आर्टरी डैमेज हो सकती है, जिससे उसमें ब्लड क्लॉट बन सकता है। यह क्लॉट दिमाग में जाकर ब्लड फ्लो को रोक सकता है और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
पहले से मौजूह मेडिकल कंडीशन- हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, या स्मोकिंग करने वाले लोगों में पहले से ही आर्टरीज कमजोर होती हैं, जिससे उन्हें इसका खतरा ज्यादा होता है।
सावधानियां और बचाव के उपाय
इस गंभीर जोखिम से बचा जा सकता है। अगली बार सलून जाएं, तो इन बातों का ध्यान रखें-
सही पोजीशन- हेयर वॉश बेसिन पर गर्दन के नीचे एक नरम तौलिया या तकिया रखवाएं, ताकि गर्दन ज्यादा पीछे न झुके। आजकल कई सलून में एर्गोनोमिक बेसिन भी आते हैं जो गर्दन के कर्व के अनुकूल होते हैं।
ब्रेक लें- अगर सर्विस लंबी चल रही है, तो बीच-बीच में सिर को सीधा करके आराम दें।
स्टाफ को सूचित करें- अगर आपको गर्दन में दर्द, चक्कर आने जैसा महसूस हो, तो तुरंत स्टाफ को बताएं।