सर्दियों में पाचन हो गया है कमजोर? जानें राहत पाने के उपाय

गर्म पराठे, देसी घी के लड्डू, हलवा, शादी-पार्टी का आयोजन और तरह तरह के पकवान, मिठाइयों के साथ आरामपसंद दिनचर्या, सर्दी में आम बात हो जाती है। यहीं से शुरू होती है अपच की समस्या धारणा है कि सर्दी का मौसम है, जितना मर्जी खाओ पियो, भरपेट भोजन करो, पर ध्यान रहे ऐसा तभी संभव है, जब आपकी आंतें भी स्वस्थ हों। खाने-पीने का आनंद लेने के लिए सर्व अच्छा मौसम है, पर कुछ सतर्कता भी जरूरी है। आइए, डॉ. नरेश बंसल (वाइस चेयरपर्सन, गैस्ट्रोएंटेरोलाजी, सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली) से जानते हैं इस बारे में।
किन कारणों से होती है पाचन की समस्या?
ठंड के मौसम में मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है। यह शरीर के तापमान को बनाए रखने के कारण होता है। इससे पाचन बाधित हो सकता है।
सर्दी में प्यास कम लगती है पानी कम पीने से पाचन की समस्या होती है।
गर्म व भारी भोजन करने से भी पाचन की प्रक्रिया बाधित होती है।
सर्दी में सीजनल इफेक्टिव डिसआर्डर के चलते भी पाचन प्रभावित होता है।
गर्म पानी का सेवन कितना सही?
सर्दी में अधिक गर्म पानी का प्रयोग करने से बचना चाहिए। यह पाचन को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप चाय की जगह पर गर्म पानी ले रहे हैं तो ठीक है, पर निरंतर न लें। सामान्य गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
बुजुगों को क्यों होती है ज्यादा समस्या?
इस मौसम में बुजुगों को खाना पचाने में अधिक समस्या होने का ठोस कारण है। यदि उचित ध्यान न दिया जाए तो वे कब्ज से भी परेशान हो सकते हैं। इसका एक बड़ा कारण यह है कि उनकी आंत उम्र बढ़ने के साथ कमजोर हो जाती है। मांसपेशियां अपेक्षाकृत कमजोर रहती हैं। दांत कमजोर होने के कारण चबाने में परेशानी होती है। फाइबर का सेवन इससे दूभर हो जाता है। साथ में डायबिटीज, नर्व की समस्या के कारण भी आंत कमजोर हो जाती है। अच्छा होगा वे सक्रिय रहें, भारी भोजन से बचें, सुपाच्य भोजन का सेवन करें।
इन बातों का रहे ध्यान
रात का खाना सोने से ढाई घंटे पहले खाएं। इससे ब्लोटिंग व अपच की समस्या से बचेंगे।
खाना धीरे व चबाकर खाएं। जल्दबाजी में भोजन न करें।
सर्दी में कैफीन यानी चाय – काफी के अधिक सेवन से बचें।
अल्कोहल से पाचन वाधित होता है।
नियमित व्यायाम, योग से पाचन बेहतर रहता है और समग्र सेहत सही रहती है।
जानें कुछ जरूरी उपाय
दिनभर में कम से कम दो लीटर पानी अवश्य पिएं। प्यास नहीं लगती हो तो भी पीते रहें अन्यथा डिहाइड्रेशन हो सकता है।
फाइबर से भरपूर फल, फलिया, दाले, साग व साबुत अनाज आदि का प्रयोग अच्छा है।
छाछ, दही, किमची आदि में प्रोवायोटिक्स होते हैं, जो आंतों की सेहत लिए बेहतर हैं।
सर्दी में घी का प्रयोग अच्छा है। आप इसे सब्जियों व दालों के साथ ले सकते हैं।
सर्दी में अधिक गरिष्ठ भोजन का प्रयोग करने से बचें। स्वस्थ और सुपाच्य आहार लें।
अजवाइन, अदरक, दालचीनी, जीरा व गर्म मसाले प्रयोग करें, पर अधिकता से बचें।
मौसमी फल और सब्जियां जैसे गाजर, शलजम, चुकंदर, संतरा आदि का सेवन करें। ये पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।





