सड़क सुरक्षा की अनदेखी बनी मौत का कारण

जिले के कालूवास गांव स्थित बाईपास चौक पर बीते दिनों हुए सड़क हादसे में घायल हुए इंस्पेक्टर वरुण यादव की इलाज के दौरान मौत होने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और हादसों को रोकने की मांग को लेकर बाईपास रोड को जाम कर दिया।
ग्रामीणों का कहना था कि इस स्थान पर लगातार हादसे हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। गांव के सरपंचों ने बताया कि चौक पर स्पीड ब्रेकर, लाइट और सीसीटीवी लगाने को लेकर कई बार जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी लापरवाही के चलते 5 दिन पहले हुए हादसे में गांव के 35 वर्षीय वरुण यादव की मौत हो गई। वरुण दिल्ली के ईएसआईसी में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे और ड्यूटी से लौटते समय तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ गए थे। गंभीर रूप से घायल वरुण को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
हादसे की जानकारी के बाद ग्रामीणों ने रोष जताते हुए बाईपास चौक पर रोड़ जाम कर दिया। सूचना मिलते ही डीएसपी सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। हालांकि ग्रामीणों की मांग पर बाद में सीटीएम रेवाड़ी भी मौके पर पहुंचे और समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया। सीटीएम ने कहा कि चौक पर लाइट, सीसीटीवी और स्पीड ब्रेकर लगाने की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही चौक पर सर्कल बनाने के प्रस्ताव को तीन दिन के अंदर सरकार को भेज दिया जाएगा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि हादसों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन तेजी से कदम उठाएगा। वहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही आवश्यक इंतजाम नहीं किए गए तो वे प्रशासन के खिलाफ और भी कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे। ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि सड़क सुरक्षा से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।





