सचिन तेंदुलकर ने मांगे वीडियो फुटेज, BCCI ने कहा- चुकानी होगी कीमत
बीसीसीआई अपने बिजनेस को लेकर कितना सख्त है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भी डिस्काउंट देने से इनकार कर दिया है. सचिन की आने वाली बायोपिक फिल्म ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स’ के लिए ‘200 नॉट आउट’ प्रॉडक्शन कंपनी ने कुछ वीडियो फुटेज बीसीसीआई से मांगे थे. वे इन वीडियोज की कॉस्ट में कुछ छूट चाहते थे, जिससे बीसीसीआई ने सीधे इनकार कर दिया.
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बीसीसीआई ने 200 नॉट आउट’ प्रॉडक्शन कंपनी को सचिन की रिटायरमेंट स्पीच यानी 3 मिनट 50 सेकंड का वीडियो तो फ्री में देने के लिए तैयार है, लेकिन अन्य फुटेज में छूट देने से राजी नहीं. इसकी वजह बीसीसीआई के मुताबिक फुटेज का कमर्शियल इस्तेमान होना है. वर्ल्ड रिकॉर्ड मैच खेलने वाले इस महान क्रिकेटर की फिल्म 26 मई को रिलीज होने वाली है. सचिन पर बनने वाली अब तक की ये पहली फिल्म है.
धोनी ने भी फुटेज के लिए चुकाए थे लगभग एक करोड़
वैसे, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी क्रिकेटर को अपनी ही बैटिंग या किसी मैच की फुटेज के लिए पैसे चुकाने पड़े हों. इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी की बायो पिक ‘एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी’ के लिए सह-प्रॉड्यूसर अरुण पांडे को लगभग एक करोड़ रुपए चुकाने पड़े थे. अरुण और धोनी गहरे मित्र भी हैं. इसको बावजूद उन्हें रियायत नहीं मिली. धोनी से पहले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को भी अपनी फुटेज के लिए पैसे चुकाने पड़े थे.
प्रति सेकंड के हिसाब से बिकता है फुटेज
बीसीसीआई से संबंधित कोई भी वीडियो फुटेज यूज करने या लाइब्रेरी से लेने के लिए प्रति सेकंड के हिसाब से कीमत चुकानी पड़ती है. दिलचस्त बात ये है कि वीडियो की कीमत उस मैच की अहमियत के अनुसार तय होती है. मतलब जितना पॉपुलर मैच होगा उतनी बड़ी कीमत देनी होगी. इसका बाकायदा बीसीसीआई का रेट कार्ड भी है. इस बारे में ‘200 नॉट आउट’ के फाउंडर और सचिन की फिल्म के प्रॉड्यूसर रवि भगचंदका कहते हैं- हम लोग बीसीसीआई के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस नॉन फिक्शन बायो ग्राफिकल फिल्म के लिए फुटेज के रेट कम करने के लिए गुजारिश की है.