मुंबई के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट फैंस को अपना मुरीद बना लिया है। भारतीय क्रिकेट को उनसे बड़े कमाल की उम्मीद है। फिलहाल वो एक के बाद एक रिकॉर्ड बनाने की होड़ में हैं। हाल ही में उन्होंने एक बेहतरीन पारी खेली है। आइये जानते हैं इनके बारे मेंः-
गौरतलब है कि मुंबई और ओडिशा के बीच चल रहे रणजी ट्रॉफी ग्रुप ‘सी’ क्रिकेट मैच में पृथ्वी ने 153 गेंद में 18 चौकों की मदद से 105 रन की शानदार पारी खेली। शॉ प्रथम श्रेणी में 3 शतक लगा चुके हैं। वो तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज पर हैं। 18 साल से कम उम्र में शॉ से ज्यादा प्रथम श्रेणी शतक सिर्फ सचिन तेंदुलकर ने ही लगाए हैं। सचिन ने इस दौरान 7 शतक लगाए हैं। जबकि शॉ 4 शतक लगाए है। और अगले हफ्ते 9 नवंबर को शॉ 18 साल के हो जाएंगे। इससे पहले वो सचिक के रिकार्ड को तोड़ना चाहेंगे।
बता दें कि पृथ्वी शॉ तब लाइमलाइट में आए जब उन्होंने मुम्बई में स्कूल मैच के दौरान 330 गेंद पर 546 रन बनाए थे। शॉ का यह स्कोर क्रिकेट का तीसरा सर्वोच्च स्कोर रिकार्ड किया गया। शॉ ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन की तरफ से खेलते हुए शानदार 66 रन बनाए थे। वहीं, इंडिया रेड की तरफ से खेलते हुए दलीप ट्रॉफी में इंडिया ब्लू के खिलाफ उन्होंने 154 रनों की शानदार पारी खेली थी।
गौरतलब है कि साल 2012 में शॉ को मैनचेस्टर के चीडेल हुलमें स्कूल में 3 महीने के लिए चुना गया था। वहां उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ खेल की भी प्रेक्टिस की। वहां उन्होंने 85 की औसत से 1446 रन बनाए और गेंदबाजी में उन्होंने 68 विकेट झटके।
बता दें कि 17 साल के पृथ्वी शॉ ने 2017 में अपने डोमेस्टिक करियर की शानदार शुरुआत की थी। रणजी ट्रॉफी में मुंबई की तरफ से खेलते हुए उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ एक बार उन्होंने 123 और एक बार 120 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। अपनी इस पारी से उन्होंने राहुल द्रविड़ को भी सही साबित किया। मालूम हो कि नवंबर में होने वाले एशिया कप के लिए प्रतिभाशाली क्रिकेटर पृथ्वी शॉ को टीम में शामिल नहीं किया गया। शॉ को एशिया कप की बजाय रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए कहा गया।