संस्कृत प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, पढ़े पूरी खबर

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान विभाग में मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति पर छात्रों के विरोध के बाद अब पूर्व अध्यापकों ने भी आपत्ति जताई है. बीएचयू के पूर्व अध्यापकों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर फिरोज खान की नियुक्ति पर आपत्ति दर्ज कराई है. राष्ट्रपति को लिखे पत्र में फिरोज खान की नियुक्ति प्रक्रिया को गलत बताया गया है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में अलग-अलग विभागों के पूर्व विभागाध्यक्ष, संकाय अध्यक्ष सहित 11 अध्यापकों ने भी हस्ताक्षर किए हैं.
पत्र में लिखा गया है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय की ओर से गलती से फिरोज खान की नियुक्ति संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में धार्मिक साहित्य विभाग के अध्यापक के रूप में किए जाने का संज्ञान लेकर इसे तत्काल रद्द करने का आदेश दिया जाए. संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय को छोड़कर विश्वविद्यालय के अन्य किसी भी संकाय में स्थित संस्कृत विभागों में यदि फिरोज खान अपनी योग्यता के अनुसार नियुक्त किए गए होते तो इसमें खुशी होती क्योंकि संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के अतिरिक्त अन्य दूसरे संकाय सभी मत-पंथों के लिए कानून के अनुसार खुले हुए हैं.
इस मामले में बीएचयू के छात्र कई दिनों से धरना कर रहे थे. हालांकि शुक्रवार को उन्होंने धरना खत्म कर दिया लेकिन चेतावनी दी कि प्रशासन को कार्रवाई करनी होगी नहीं तो वे फिर आंदोलन करेंगे. इसके बीच डॉ. फिरोज खान यहां पढ़ाएंगे या नहीं, इस पर संशय बरकरार है. वे बीएचयू आएंगे या नहीं, क्लास लेंगे या नहीं, इस पर भी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में सात नवंबर से ही ताला बंद था. पढ़ाई ठप है.
बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में संकाय में 16 दिन से बंद ताला गुरुवार को खुल गया.