शुभ फलों के लिए ज्येष्ठ माह में कब और कहां जलाएं दीपक?

ज्येष्ठ हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना है जिसकी शुरुआत मंगलवार 13 मई से होने जा रही है। वहीं यह महीना बुधवार 11 जून तक चलने वाला है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आप इस खास महीने में किन-किन स्थानों पर दीपक जला सकते हैं जिससे आपको अच्छे परिणाम मिल सकें।
धार्मिक दृष्टि से ज्येष्ठ माह (Jyeshtha Month 2025) का विशेष महत्व माना गया है। इस माह में निर्जला एकादशी आती है। साथ ही इस माह में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में यह महीना भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा-अर्चना के लिए उत्तम माना गया है।
हनुमान जी होंगे प्रसन्न
ज्येष्ठ में आने वाले हर मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है और इस दिन विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा के दौरान चमेली के तेल का दीपक जरूर जलाएं। इससे साधक और उसके परिवार पर बजरंगबली की कृपा बनी रहेगी।
मिलेगा विष्णु जी का आशीर्वाद
विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय मानी गई है, इसके साथ ही बजरंगबली को भी मुख्य रूप से तुलसी का भोग लगाया जाता है। ऐसे में ज्येष्ठ माह में आने वाली एकादशी पर तुलसी के समक्ष घी का दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से साधक को भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है। जिससे जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
होगा मां लक्ष्मी का आगमन
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, संध्या के समय घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है। ऐसे में आप ज्येष्ठ माह में रोजाना संध्या के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जला सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
वास्तु के अनुसार कहां जलाएं दीपक
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आप ज्येष्ठ माह में ईशान कोण यानी घर की उत्तर-पूर्व दिशा में भी दीपक जला सकते हैं। इस दिशा में देवी-देवताओं का वास माना जाता है। ऐसे में अगर आप रोजाना इस स्थान पर दीपक जलाते हैं, तो इससे आपको काफी अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।