शिशु के जन्म लेते ही खोजी जाएगी बीमारी, पढ़े पूरी खबर

जन्म के समय कटे होंठ हो या तालू, दिमागी फोड़ा हो या फिर बहरापन। इन बीमारियों से परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने शीघ्र इलाज का निर्णय लिया है। अब प्रसव कक्ष में तैनात कर्मचारी शिशु के जन्म लेते ही ये सुनिश्चित करेंगे कि उसे कोई बीमारी तो नहीं है। अगर किसी में कोई बीमारी पाई जाती है तो 24 घंटे के भीतर बालरोग विशेषज्ञ से परीक्षण कराकर शिशु के इलाज का प्रबंध कराया जाएगा।

बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक उमाशंकर का कहना है कि अगर जन्म के समय ही शिशु का परीक्षण कर लिया जाय तो उसे घातक बीमारियों से बचाया जा सकता है। क्या होंगे इंतजाम

– शिशु के जन्म के समय ही संबंधित स्टॉफ द्वारा नवजात का परीक्षण किया जाएगा।

– अगर उसमें कोई दोष मिलता है तो उसकी अलग इंट्री की जाएगी।

– 24 घंटे के भीतर बाल रोग विशेषज्ञ को बुलाकर उसका परीक्षण किया जाएगा।

– बाल रोग विशेषज्ञ शिशु के सेहत की जांच करके अभिभावक को बताएंगे।

– मोबाइल हेल्थ टीम के माध्यम से इलाज का पूरा प्रबंध किया जाएगा।

– कार्यक्रम प्रबंधक भी प्रतिदिन भ्रमण करके जन्मजात दोष वाले बच्चों के बारे में जानकारी करेंगे।

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कोट

शिशुओं को बीमारी से बचाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित स्टॉफ को निर्देश दिए गए हैं। जिससे बच्चों को बीमारी से बचाया जा सके।

– डॉ. एपी मिश्र, सीएमएस महिला अस्पताल, गोंडा

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